सोयाबीन में तेजी की संभावना, सीपीओ में हो सकती है गिरावट - एसएमसी

सोयाबीन वायदा (नवंबर) की कीमतों के 3,330 रुपये तक बढ़त दर्ज करने की संभावना है।
हाजिर बाजारों में बेहतर रुझानों के कारण निचले स्तर पर खरीदारी जारी रह सकती है। स्टॉकिस्टों और पेराई मिलों की ओर से सोयाबीन की माँग भी काफी अच्छी है। भारतीय सोयामील के निर्यात में बढ़ोतरी की संभावना से स्टॉकिस्टों द्वारा सोयाबीन की खरीददारी की जा रही है। रुपये के कमजोर होने के साथ भारत में सोयाबीन के अधिक उत्पादन के कारण मौजूदा बाजार सीजन 2018-19 (अक्टूबर-सितंबर) में भारत से सोयामील का निर्यात अधिक होने की संभावना है। भारतीय सोयाबीन प्रोसेसर संगठन के अनुसार 2018-19 (अक्टूबर-सितबंर) सोयाबीन का उत्पादन पिछले वर्ष के 8.36 मिलियन टन की तुलना में 37% की वृद्धि के साथ 11.48 मिलियन टन होने का अनुमान है।
सरसों वायदा (नवंबर) की कीमतों के 4,225 रुपये के बाधा स्तर को पार करने पर 4,250 रुपये तक बढ़त दर्ज करने की संभावना है। चीन ने भारतीय सरसोंमील के आयात पर लगे प्रतिबंध को हटा लिया है और चीन के कस्टम विभाग के अनुसार गुणवत्ता को लेकर कुछ जरूरतों को पूरा करने के बाद भारत से चीन को रेपसीडमील का निर्यात फिर से शुरू हो सकता है।
सीपीओ (अक्टूबर) वायदा की कीमतों में 572 रुपये तक गिरावट हो सकती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में बीएमडी में पॉम ऑयल की कीमतों में लगातार तीसरे दिन गिरावट हुई है और बेंचमार्क जनवरी डिलीवरी की कीमतें 1% की गिरावट के साथ 2,179 रिंगिट के स्तर पर पहुँच गयी है। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और सीबोट में सोया तेल की कीमतों में नरमी से भी पॉंम ऑयल की कीमतों पर दबाव पड़ रहा है। (शेयर मंथन, 26 अक्टूबर 2018)