सोयाबीन में गिरावट की संभावना, रुकी रह सकती है सरसों में बढ़त - एसएमसी

सोयाबीन वायदा (दिसंबर) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 3,270 रुपये तक लुढ़कने की संभावना है।

कमजोर माँग के कारण देश के प्रमुख बाजारों में धनिया की कीमतों में गिरावट हो रही है। बेंचमार्क इंदौर बाजार में सोयाबीन की कीमतें 25 रुपये की गिरावट के साथ 3,100-3,175 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम हो गयी हैं और सोयामील की कीमत 27,500 रुपये प्रति टन पर स्थिर हैं। अमेरिका और चीन के बीच विवाद के बावजूद चीन द्वारा भारत से सोयामील का आयात नही किये जाने से सोयाबीन की कीमतों पर दबाव पड़ रहा है। अमेरिका और चीन के बीच विवाद के लंबा चलने की आशंका से अमेरिकी सोयाबीन की कीमतों में भी गिरावट हुई है।
सरसों वायदा (जनवरी) की कीमतों के 3,980-4,040 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है और कीमतों की बढ़त पर रोक लगी रह सकती है। चीन की ओर से सरसोमील के आयात को लेकर कोई नया करार नही किये जाने के कारण सरसों की पेराई में गिरावट हुई है। चीन ने अक्टूबर में भारतीय सरसोंमील के आयात को मंजूरी दी थी। अधिक कीमतों पर सरसों तेल की कम माँग के बीच मौजूदा रबी सीजन में बुआई में तेजी के कारण सेंटीमेंट उत्साहजनक नहीं है।
सीपीओ (दिसंबर) वायदा कीमतों के 485-495 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। इंडोनेशिया ने कच्चे पॉम तेल के निर्यात पर लेवी को 50 डॉलर प्रति टन से कम करके शून्य करने का फैसला किया है। इस फैसले से अंतरराष्ट्रीय बाजार में मलेशियन पॉम ऑयल की कीमतों में गिरावट जारी है। कच्चा तेल और अमेरिकी सोया तेल की कीमतो में नरमी से भी पॉम ऑयल की कीमतों पर दबाव पड़ रहा है। (शेयर मंथन, 06 दिसंबर 2018)