लुढ़क सकती हैं सोयाबीन और सरसों की कीमतें - एसएमसी

सोयाबीन वायदा (जनवरी) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 3,300 रुपये तक लुढ़कने की संभावना है।

कमजोर माँग के कारण देश के प्रमुख बाजारों में धनिया की कीमतों में गिरावट हो रही है। बेंचमार्क इंदौर बाजार में सोयाबीन की कीमतें 25 रुपये की गिरावट के साथ 3,100-3,175 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम हो गयी हैं और सोयामील की कीमत 27,500 रुपये प्रति टन पर स्थिर हैं। चीन द्वारा भारत से सोयामील का आयात करने में अभी कुछ समय लग सकता है, क्योंकि चीन की निगरानी समिति एक बार फिर से प्रोसेसिंग यूनिटों के जाँच के लिए दौरा कर सकती हैं।
सरसों वायदा (जनवरी) की कीमतें 3,990 रुपये के स्तर से नीचे टूट सकती है और कीमतें 3,950 रुपये तक लुढ़क सकती हैं। चीन की ओर से सरसोंमील के आयात को लेकर कोई नया करार नही किये जाने के कारण सरसों की पेराई में गिरावट हुई है। चीन ने अक्टूबर में भारतीय सरसोंमील के आयात को मंजूरी दी थी। अधिक कीमतों पर सरसों तेल की कम माँग के बीच मौजूदा रबी सीजन में बुआई में तेजी के कारण सेंटीमेंट उत्साहजनक नहीं हैं।
सीपीओ (दिसंबर) वायदा कीमतों के 489-498 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। टेक्निकल खरीदारी और शॉर्ट कवरिंग (जवाबी खरीद) के कारण मलेशियन पॉम ऑयल की कीमतों में थोड़ी रिकवरी हुई है। मलेशियाई करेंसी रिंगिट के कमजोर होने से भी कीमतों को मदद मिली है। बीएमडी में बेंचमार्क कीमतें 0.5% की बढ़त के साथ 2,004 रिंगिट के स्तर पर कारोबार कर रही हैं। फिर भी मलेशियन पॉम ऑयल के भंडार में बढ़ोतरी के कारण कीमतों पर दबाव बना रह सकता है। (शेयर मंथन, 07 दिसंबर 2018)