सोयाबीन में 3,450-3,480 रुपये और सीपीओ में 520 रुपये तक वृद्धि की संभावना - एसएमसी

एसएमसी कमोडिटी ने अपनी साप्ताहिक रिपोर्ट में जिक्र किया है कि अगले हफ्ते में सोयाबीन वायदा (जनवरी) की कीमतों में 3,300 रुपये के नजदीक सहारे के साथ 3,450-3,480 रुपये तक रिकवरी दर्ज की जा सकती है।

यूएसडीए ने 2018-19 में सोयाबीन के उत्पादन अनुमान को 1.15 करोड़ टन से 1.13 करोड़ टन तक घटा दिया है। दूसरी ओर कारोबारियों को चीन को सोयामील निर्यात की पूरी उम्मीद है। किसानों द्वारा कम कीमतों पर बिक्री कम करने से कम होती आवक और चीन एवं अमेरिका के बीच व्यापार को लेकर बातचीत के बाद चीन द्वारा अमेरिकी सोयाबीन की खरीद करने के फैसले के कारण सीबोट के बेहतर रुझानों से घरेलू सोयाबीन की कीमतों को मदद मिल रही है।
यूएसडीए के अनुसार 2018-19 में सरसों का उत्पादन 60 लाख टन होने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 4.5 लाख टन कम है। सरसों का उत्पादन क्षेत्र 60 लाख टन हेक्टर रहने का अनुमान है, जो उत्पादन क्षेत्र में सूखे और गर्म मौसम के कारण लगभग 8% कम होगा। सरसों की उत्पादकता 1 टन प्रति हेक्टर रहने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 7% कम होगा। इसके अतिरिक्त सरसों तेल की माँग में बढ़ोतरी होने के कारण सरसों की पेराई में भी वृद्धि हुई है और पेराई मिलें बाजारों से नाफेड के ई-नीलामी से सरसों की खरीदारी कर रही हैं।
पिछले महीने में खाद्य तेल के कम आयात और अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी के रुझान के कारण सीपीओ (दिसंबर) वायदा की कीमतें 503 के स्तर पर सहारे के साथ 520 रुपये तक बढ़त दर्ज कर सकती हैं। मलेशियन पाम ऑयल की कीमतों में 2,000 रिंगिट (करीब 34,294.32 रुपये) के नजदीक सहारे के साथ 2,100-2,130 (करीब 36,009-36,523 रुपये) रिंगिट तक बढ़त दर्ज की जा सकती हैं। (शेयर मंथन, 17 दिसंबर 2018)