कॉटन और मेंथा ऑयल में तेजी की उम्मीद - एसएमसी

कॉटन वायदा (मार्च) की कीमतों में 21,120 रुपये तक बढ़त दर्ज किये जाने की संभावना है।
ऐसी खबर है कि भारतीय कारोबारियों ने अगले दो महीने में चीन को 5 लाख बेल कपास निर्यात करने के लिए करार किया है। इस बीच एमसीएक्स के अधिकृत गोदामों में कपास का भंडार पिछले वर्ष की समान अवधि के 1.16 लाख बेल की तुलना में 56% बढ़ कर 1.81 लाख बेल के उच्चतम स्तर पर पहुँच गया है।
हाजिर बाजारों में नयी फसल की आवक और सुस्त कारोबार के कारण चना वायदा (मार्च) की कीमतों को 4,175 रुपये के स्तर पर बाधा रहने की संभावना है। मध्य प्रदेश और राजस्थान में नाफेड द्वारा दालों की बिक्री के कारण बिकवाली का दबाव देखा जा रहा है। रबी सीजन 2018 के दौरान नाफेड द्वारा खरीदा गया चना 27 फरवरी तक 27,24,051.17 टन था, जिसमें से 7,81,115.16 टन की ही बिक्री हुई है और 19,42,936.01 टन चना सरप्लस है।
मेंथा ऑयल वायदा (मार्च) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 1,595-1,630 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। उत्पादन क्षेत्रों में मौसम के खराब रहने से बुआई में देरी के कारण कीमतों को मदद मिलने की संभावना है। खबरों के अनुसार किसान बेमौसम बारिश और खराब मौसम को लेकर चिंतित हैं, जिससे उत्पादन और उत्पादकता प्रभावित हो सकती है। कारोबारियों को उम्मीद है कि कम होते स्टॉक के कारण स्थानीय उपभोक्ताओं की ओर से माँग के कारण कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है। (शेयर मंथन, 07 मार्च 2019)