राजस्थान और गुजरात में कम उत्पादन की संभावना से जीरे में तेजी की उम्मीद - एसएमसी

धनिया वायदा (मई) में काफी अधिक खरीदारी हो चुकी है, इसलिए मौजूदा स्तरों पर नयी खरीदारी नहीं की जा सकती है।

एसएससी ने धनिया (मई) के लिए 5,938 रुपये और 6,343 रुपये पर दो समर्थन स्तर और 7,024 रुपये तथा 7,300 रुपये पर दो बाधा स्तर बताये हैं।
एसएमसी के अनुसार मुनाफा वसूली के बाद कीमतों में गिरावट होने पर 6,600 रुपये के नजदीक निचले स्तर पर खरीदारी हो सकती है और 7,200 रुपये तक बढ़त दर्ज की जा सकती है। बेहतरीन क्वलिटी नयी फसल की अधिक माँग के कारण कीमतों को मदद मिल रही है। 8-10% नमी के साथ बाजारों में धनिया की आवक शुरू हो गयी है और इस कारण माँग में बढ़ोतरी हुई है। राजस्थान और गुजरात जैसे प्रमुख उत्पादन क्षेत्रों में कमी की संभावना के बीच बेहतर माँग के कारण सेंटीमेंट मजबूत है।
एपीएमसी और भारतीय मसालों के हितधारकों द्वारा किये गए सर्वे के अनुसार 2018-19 में राजस्थान में 91,920 टन धनिया उत्पादन का अनुमान है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 13% कम है। गुजरात में धनिया का उत्पादन पिछले वर्ष की तुलना में 52% की कमी के साथ 38,890 टन और मध्य प्रदेश में 15% की कमी के साथ 1,16,510 टन रहने की संभावना है।
अन्य देशों में कम उत्पादन के कारण आगामी दिनों में निर्मात माँग में बढ़ोतरी होने की संभावना है। इस वर्ष विश्व स्तर पर धनिया के उत्पादन में 40% की कमी होने का अनुमान है। (शेयर मंथन, 08 अप्रैल 2019)