ग्वारसीड और ग्वारगम में तेजी का रुझान - एसएमसी

कॉटन वायदा (अप्रैल) की कीमतों में 20,520 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ रिकवरी की जा सकती हैं।

आईसीई कॉटन वायदा की कीमतों में 46 से 131 अंकों की बढ़ोतरी हुई है। फसल प्रगति के आँकड़ों के अनुसार टेक्सास में कपास की बुआई 19% हुई है, जो औसत से 4% कम है। यूएसडीए के अनुसार 2018-19 में भारत में कपास का उत्पादन 2.55 करोड़ बेल होने का अनुमान है।
अप्रैल में यूएसडीए ने भारत में कपास का उत्पादन 2.7 करोड़ बेल होने का अनुमान लगाया था। यूएसडीए ने वर्ष के अंत तक कपास का स्टॉक भी अप्रैल के 91 लाख टन से कम करके 71.3 लाख टन कर दिया है। लंबे समय के अंतराल के बाद सरकारी एजेंसियों द्वारा खरीदारी और कम आपूर्ति के कारण चना वायदा की कीमतों में उछाल दर्ज की गयी है। आगामी दिनों में जून कॉन्ट्रैक्ट की कीमतें 4,490 रुपये के स्तर पार सहारे के साथ 4,580-4,600 रुपये तक पहुँचने की उम्मीद है।
ग्वार सीड वायदा (जून) की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 4,460-4,520 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है, जबकि ग्वारगम वायदा (जून) की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 8,970-9,100 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। मॉनसून से पहले होने वाली बारिश के कम होने की संभावना और देश जलाशयों में पानी की उपलब्धता कम होने के कारण ग्वारसीड की बुआई बाधित होने से कीमतों को मदद मिल सकती है। (शेयर मंथन, 15 मई 2019)