सोयाबीन में मंदी, सरसों में तेजी का रुझान - एसएमसी

सोयाबीन वायदा (जून) की कीमतों के 3,675-3,715 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है।

कम खरीदारी के कारण हाजिर बाजारों में कीमतों में नरमी का रुझान है। हाजिर बाजारों में सोयाबीन की कीमतें 3,750-75 रुपये के दायरे में और प्लांट डिलीवरी के लिए सोयाबीन की कीमतें 3,800-3,825 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं।
सीबोट में अमेरिकी सोयाबीन वायदा (जुलाई) की कीमतें कल की 1.25% की बढ़त के बाद आज भी लगभग 0.8% की बढ़त के साथ 8.38 डॉलर प्रति कुशल के स्तर पर कारोबार कर रही हैं। अमेरिका के प्रमुख सोयाबीन उत्पादन क्षेत्रों में अधिक बारिश के कारण किसान सोयाबीन की बुआई में कमी कर सकते हैं। यूएसडीए के अनुसार अमेरिकी सोयाबीन की बुआई 19% क्षेत्रों में हो चुकी है जो बाजार के अनुमान से कम है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेहतर सेंटीमेंट और डॉलर के मुकाबले रुपये के कमजोर होकर 70 के नजदीक कारोबार करने के कारण सोया तेल वायदा (जून) की कीमतों के 737 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 742-743 पर पहुंचँ जाने की उम्मीद है, जबकि सीपीओ वायदा (जून) की कीमतों के 525-530 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। डॉलर के थोड़ा कमजोर होने से सीबोट में सोया तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है, जबकि रिंगिट मजबूत हुआ है। लेकिन मलेशियन पॉम ऑयल बाजार कल बंद था।
सरसों वायदा (जून) की कीमतों में तेजी का रुझान बरकरार रहने की संभावना है और कीमतें 3,880 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 3,950-3,970 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। तेल मिलों की ओर से खरीदारी और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदारी में बढ़ोतरी होने के कारण कीमतों में तेजी का सेंटीमेंट रह सकता है। (शेयर मंथन, 21 मई 2019)