इलायची और धनिया में रुझान तेज - एसएमसी

हल्दी वायदा (जून) की कीमतों के 6,985-7,120 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है।

कम माँग के कारण हाजिर बाजारों से हल्दी की कीमतों में गिरावट हुई है। इरोद टर्मरिक मर्चेन्ट्स एसोसिएशन सेल्स यार्ड में फिंगर वेरायटी की कीमतें 5,211-7,699 रुपये प्रति क्विंटल हैं और रूट वेरायटी की कीमतें 4,309-6,809 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में हैं। रेगुलेटेड मार्केट कमिटी में फिंगर वेरायटी की कीमतें 6,355-7,308 रुपये प्रति क्विंटल हैं और रूट वेरायटी की कीमतें 5,709-6,730 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में हैं।
जीरा वायदा (जून) की कीमतों को 17,300 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है और कीमतों की गिरावट पर रोक लगी रह सकती है। इस सीजन के कारण इस कमोडिटी की माँग में वृद्धि देखी जा रही है, क्योंकि सीरिया और तुर्की, दोनों प्रमुख उत्पादकों में उत्पादन कम होने के कारण भारत से माँग में बढ़ोतरी हुई है। व्यापार सूत्रों के अनुसार सीरिया में जीरा का उत्पादन इस वर्ष कम होने का अनुमान है, क्योंकि भारी बारिश से इसकी फसल का एक बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। भारतीय जीरे की निर्यात माँग में वृद्धि होने के कारण निर्यातकों और थोक खरीदारों की ओर से खरीदारी हो रही है, क्योंकि वे आगामी महीनों में विदेशी बाजार में माँग बढ़ने की उम्मीद कर रहे हैं।
इलायची वायदा (जून) की कीमतों में 2,500-2,520 रुपये तक बढ़त जारी रह सकती है। यदि गर्मियों के दिनों में उत्पादन क्षेत्रों में बारिश होती है, तो उत्पादन में बढ़ोतरी हो सकती है। लेकिन बारिश की कमी के कारण फूलों के लगने और फसल तैयार होने में देरी होने की संभावना है। उत्पादन भी पिछले वर्ष के लगभग 25,000 टन से कम होने की आशंका है।
धनिया वायदा (जून) की कीमतों में कुल मिला कर बेहतर रुझान है। कीमतों को 7,260 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। आगामी दिनों में अधिक माँग के अनुमान और अनुमान से कम कम आवक के कारण हाजिर बाजारों में तेजी का सेंटीमेंट है। (शेयर मंथन, 31 मई 2019)