इलायची में तेजी की उम्मीद, हल्दी के लिए बाधा - एसएमसी

हल्दी वायदा (अक्टूबर) की कीमतों को 6,150 रुपये के स्तर पर रुकावट का सामना करना पड़ सकता है।

बुधवार को इरोद में केवल खराब गुणवत्ता वाली हल्दी की आवक हुई है। चार दिनों तक बाजार बंद रहने के बाद कारोबारियों का अच्छी क्वालिटी की हल्दी की आवक होने की उम्मीद थी। रेगुलेटेड मार्केट समिति में फिंगर वेराइटी की कीमतों में 300 रुपये प्रति क्विंटल की और रूट वेराइटी की कीमतों में 500 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट हुई। इरोद हल्दी मर्चेंट्स एसोसिएशन सेल्स यार्ड में, फिंगर वेराइटी की कीमतें 5,700-7,694 रुपये और रूट वेराइटी की कीमतें 5,230-6,389 रुपये के दायरे में बिक रही हैं।
जीरा वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 16,700-16,900 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है और कीमतों की बढ़त पर रोक लगी रह सकती है। आवक में तेजी के कारण गुजरात के बेंचमार्क ऊंझा बाजार में कीमतों में गिरावट हो रही है। ऊंझा में जीरा 16,600 रुपये प्रति 100 किलोग्राम पर बेचा जा रहा है, जबकि आवक दैनिक औसत मात्रा से दोगुना 30,000 बैग होने का अनुमान है।
धनिया वायदा (अक्टूबर) की कीमतों को 5,925 रुपये के स्तर के पास रुकावट का सामना करना पड़ सकता है और नरमी के रुझान के साथ कारोबार हो सकता है। हाजिर बाजार में माँग कमजोर है और बेहतर मॉनसून के कारण 2019-20 (अक्टूबर-सितंबर) में अधिक उत्पादन क्षेत्रों का अनुमान है।
इलायची वायदा (नवंबर) की कीमतें 3,200 रुपये तक बढ़त दर्ज कर सकती है। त्योहारी सीजन की माँग और आपूर्ति कम होने के कारण सेंटीमेंट काफी बेहतर है। यह इलायची का व्यस्ततम सीजन है। सामान्य तौर पर बिक्री के लिए कम से कम 150 टन इलायची बाजार में आनी चाहिए, लेकिन केवल आधी मात्रा ही आ रही है। (शेयर मंथन, 10 अक्टूबर 2019)