हल्दी और इलायची में तेजी का रुझान - एसएमसी

हल्दी वायदा (नवंबर) की कीमतों में 6,195 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ तेजी का रुझान रहने की संभावना है।

हाजिर बाजारों में हल्दी की बिक्री में बढ़ोतरी हो रही है। इरोद हल्दी मर्चेंट्स एसोसिएशन सेल्स यार्ड में फिंगर वेराइटी की कीमतें 5,700-7,269 रुपये और रूट वेराइटी की कीमतें 5,389-6,559 रुपये प्रति के दायरे में रहीं। कुल 1,921 बैग हल्दी की आवक हुई है, जिसमें से 768 रुपये की बिक्री हुई है। रेगुलेटेड मार्केट कमिटी में फिंगर वेराइटी की कीमतें 5,739-7,024 रुपये और रूट वेराइटी की कीमतें 5,419-6,457 रुपये प्रति के दायरे में रहीं। कुल 982 बैग हल्दी की आवक हुई है, जिसमें से 881 रुपये की बिक्री हुई है।
जीरा वायदा (नवंबर) की कीमतों को 16,200 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता हैं। प्रमुख उत्पादक राज्यों गुजरात और राजस्थान में जीरे की बुआई में 10-15 दिनों की देरी होने से संभावना से कीमतों को मदद मिल सकती है।
धनिया वायदा (नवंबर) कीमतों में 7,150 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ तेजी का रुझान रह सकता है। इस वर्ष नयी फसल की बुआई में देरी की संभावना और जोरदार माँग के कारण कीमतों में तेजी का सेंटीमेंट है।
इलायची वायदा (नवंबर) की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 2,750 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। ऑक्सन केन्द्रों पर कीमतों में 50-70 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी से सेंटीमेंट में बढ़ोतरी हुई है। अधिक आवक के बावजूद बाजार में तेजी का रुझान है। इलायची की आवक का सीजन समाप्त हो रहा है, जिससे अच्छी क्वालिटी के इलायची की उपलब्धता को लेकर चिंता बढ़ रही है। वर्तमान समय में घरेलू माँग कम है लेकिन अगले एक हफ्ते में उतर भारत के खरीदारों की ओर से माँग में बढ़ोतरी हो सकती है। (शेयर मंथन, 08 नवंबर 2019)