सोया तेल और सोयाबीन की कीमतों में तेजी का रुझान - एसएमसी

सोयाबीन वायदा (सितम्बर) की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतें 4,040 रुपये के स्तर के निकट सहारा के साथ 4,150-4,200 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।

फसल के नुकसान की खबर ने घरेलू बाजार में कीमतों को बढ़ावा दिया है। सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया का अनुमान है कि मध्य प्रदेश में भारी बारिश के कारण 10-12% फसल क्षति की आशंका है। नुकसान ज्यादातर अचानक बहुत भारी बारिश और तापमान में भिन्नता के कारण होता है, जिससे कीटों द्वारा बड़े पैमाने पर हमले के लिए जन्मजात वातावरण बन जाता है। तिलहन समूह में मजबूती के साथ हाजिर बाजारों में आवक में कमी और पेराई संयंत्रों की ओर से बेहतर माँग के कारण सरसों वायदा (सितम्बर) की कीमतों में तेजी बनी रह सकती है। आने वाले दिनों में, कीमतों के 5,100-5,400 के दायरे में कारोबार करने की उम्मीद है।
सोया तेल (सितम्बर) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 885-895 रुपये तक बढ़ोतरी होने की उम्मीद है, जबकि सीपीओ (सितम्बर) की कीमतों 770-775 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। मध्य प्रदेश में कीटों के संक्रमण और अत्यधिक बारिश के कारण सोयाबीन की फसलों को नुकसान और छिटपुट बारिश के कारण, पिछले कुछ दिनों से इंदौर में सोया तेल की कीमतों में तेजी का रुझान रहा है। यहाँ सोया तेल की कीमतें बढ़कर 885-90 रुपये प्रति 10 किलोग्राम हो गयी है। सोया साल्वेंट की कीमतें 830-835 रुपये के दायरे में रही।

चीन की माँग और शुष्क मौसम के कारण अमेरिकी सोयाबीन की कमजोर पैदावार की उम्मीदों के कारण अंतरराष्ट्रीय पॉम ऑयल बाजार में भी मजबूती देखने को मिल रही है। सीबीओटी पर, मनी मैनेजर्स ने सोयाबीन तेल वायदा में अपने शुद्ध लांग पोजिशन को बढ़ा दिया है। अमेरिकी कृषि विभाग के आँकड़ों के अनुसार, अमेरिका से 2020 में लगभग 40 मिलियन टन तक सोयाबीन चीन पहुँच जायेगा, जो 2017, व्यापार सौदे के लिए आधर वर्ष, की तुलना में यह लगभग 25% अधिक होगा, और 2016 में निर्धरित रिकॉर्ड से लगभग 10% अधिक होगा। (शेयर मंथन, 01 सितम्बर 2020)