सरसों और सोया तेल की कीमतों में गिरावट के संकेत - एसएमसी

अंतरराष्ट्रीय बाजार से मिले-जुले के संकेतों पर सोयाबीन वायदा (अक्टूबर) की कीमतें 4,000-4,050 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार कर सकती है।

कल सीबोट में सोयाबीन वायदा की कीमतों में लगातार तीसरे दिन गिरावट हुई है लेकिन कारोबारियों के अनुसार बेहतर निर्यात माँग के कारण कीमतों में गिरावट सीमित रही। यूएसडीए के अनुसार अमेरिकी किसानों ने सोयाबीन की 6% फसल कटाई को पूरा कर लिया है। माँग के आधार पर, यूएसडीए ने चीन को 1,32,000 टन अमेरिकी सोयाबीन और 1,26,000 टन अन्य स्थानों पर बिक्री की पुष्टि की, जो चीन को लगातार 14 वें दिन बिक्री को प्रदर्शित करता है।
सरसों वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में 5,300 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है। हाजिर बाजारों में जयपुर में सरसों और सरसों तेल की कीमतों में नरमी का रुझान है। सरसों की अधिक कीमतों ने खरीदारों को हतोत्साहित किया। सरसों की कीमत बढ़ने के दो दिन बाद गिरावट आयी। जयपुर मंडी में सरसों का भाव घटकर 5,535-5,540 रुपये प्रति क्विंटल रह गया है। जयपुर में सरसों के तेल की कीमतें 1,103-1,104 रुपये प्रति 10 किलोग्राम रही है जबकि सोया तेल की कीमतें 925-950 रुपये प्रति 10 किलोग्राम के दायरे में रही।
सोया तेल (अक्टूबर) की कीमतों में 915-910 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है जबकि सीपीओ (अक्टूबर) की कीमतों में 765-760 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है। अंतरराष्ट्रीय बाजार से खाद्य तेलों की कीमतों में नरमी का रुझान है। उत्पादक देशों में पॉम ऑयल के उत्पादन में बढ़ोतरी की संभावना और अन्य खाद्य तेलों की कीमतों में भारी गिरावट के बाद मलेशियाई पॉम तेल वायदा की कीमतेों में 3% से अधिक की गिरावट हुई। यूरोप में कारोना के फिर से बढ़ते मामलों के कारण डालियान एक्सचेंज में सोया तेल की कीमतों में 3.65% और पॉम ऑयल की कीमतों में 4.2% की गिरावट हुई है। सीबोट में सोया तेल वायदा की कीमतें 29 दिनों और 3 दिनों मूविंग औसत से नीचे आ गयी है। (शेयर मंथन, 24 सितंबर 2020)