सरसों में तेजी, सोया तेल के सीमित दायरे में रहने के संकेत - एसएमसी

सोयाबीन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 3,800-3,850 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है।

सीबीओटी पर, अधिक माँग के कारण सोयाबीन वायदा की कीमतों में लगातार दूसरे दिन बढ़त दर्ज की गयी है, लेकिन अमेरिकी फसल की कटाई में तेजी से प्रगति के कारण कीमतों की बढ़त पर रोक लगी। यूएसडीए के अनुसार रविवार तक अमेरिकी सोयाबीन फसल की कटाई 38% पूरी हो चूकी थी, जो पाँच सालके औसत 28% से अधिक है और रायटर के विश्लेषक सर्वेक्षण के औसत अनुमान 36% से भी अधिक है। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण द्वारा सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के खाद्य सुरक्षा आयुक्त को एक पत्र लिखकर भारत में किसी भी अन्य खाद्य तेल के साथ सरसों के तेल की मिलावट को 1 अक्टूबर, 2020 से रोक लगाने का आदेश देने के बाद पिछले सप्ताह में सरसों वायदा की कीमतें अब तक के रिकॉर्ड उच्च स्तर 5,524 रुपये पर पहुँच गयी। अब अक्टूबर कॉन्टैंक्ट के 5,600-5,650 रुपये के स्तर पर पहुँचने की उम्मीद है।
सरसों की कीमतों में तेजी का रुझान है क्योंकि अगली फसल लगभग 5-6 महीने दूर है। नया नियम कि केवल शुद्ध सरसों का तेल ही उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराया जायेगा, आने वाले दिनों में मिलों की ओर से पेराई के लिए माँग बढ़ेगी।
सोया तेल वायदा (अक्टूबरद्ध) की कीमतों के 895-905 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है जबकि सीपीओ वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 755-765 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। सोया तेल और अन्य तेलों की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण मलेशियाई पॉम तेल वायदा की कीमतों में कल बढ़त दर्ज की गयी जबकि देश में भारी बारिश और आंधी के पूर्वानुमान से भी कीमतों में वृद्धि को मदद मिली। मलेशिया के मौसम विभाग ने दुनिया के दूसरे सबसे बड़े पॅाम उत्पादक कई राज्यों के लिए खराब मौसम की चेतावनी जारी की, जिसमें प्रमुख उत्पादक राज्य सबा भी शामिल है जो बाढ़ की चपेट में आ गया था। (शेयर मंथन, 06 अक्टूबर 2020)