कॉटन और मेंथा ऑयल में तेजी की उम्मीद - एसएमसी

कॉटन वायदा (जनवरी) की कीमतों में 20,200-20,300 रुपये तक तेजी दर्ज करने की संभावना है।

अधिक निर्यात की संभावनाओं से कीमतों को मदद मिल रही हैं। कॉटन टेक्सटाइल्स एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (टेक्सप्रोसिल) ने ब्रिटेन के साथ एक व्यापार समझौते को जल्दी पूरा होने के लिए भारत सरकार से माँग की है। यूके के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की भारत यात्रा के दौरान मुक्त व्यापार समझौता वार्ता शुरू करने के लिए एक व्यापक रूपरेखा तैयार करने के लिए उचित अवसर है।
ग्वासरसीड वायदा (जनवरी) की कीमतें 3,850-3,920 रुपये के दायरे में मजबूत हो सकती है, जबकि ग्वारगम वायदा (जनवरी) की कीमतें 5,900-6,000 रुपये के स्तर के दायरे में सीमित कारोबार कर सकती है। राजस्थान, हरियाणा और गुजरात के हाजिर बाजारों में कमजोर रुख बना हुआ है। ग्वारगम स्पिलिट और ग्वारगम पाउडर की अनिश्चित माँग के कारण मिलों की ओर ग्वारसीड की माँग में कमी है। कारोबारियों को निर्यात माँग के सकारात्मक संकेत का बेसब्री से इंतजार है जो अभी भी स्पष्ट नहीं है। दूसरी ओर, कम कीमतें मंडियों में किसान को अपनी फसल बेचने के लिए हतोत्साहित कर रही हैं, जिसके परिणामस्वरूप आवक कम हुई हैं और कीमतों को मदद मिली है।

मेंथा ऑयल वायदा (जनवरी) की कीमतों को 990 रुपये के आस-पास सहारा मिलने की संभावना है और मजबूत फंडामेंटल के कारण कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। ओरल केयर, फार्मास्युटिकल और कन्फेक्शनरी कंपनियों द्वारा आने वाले तिमाहियों में मेंथा ऑयल की खरीदारी बढ़ने की संभावना है, जिससे निर्यात कोविड से पहले के स्तर के बराबर हो जायेगा। यूरोपीय और अमेरिकी बाजार जनवरी के पहले सप्ताह में खुलेंगे और फिर निर्यातकों को नये ऑर्डर मिलने की उम्मीद है। चीन की ओर से खरीदारी में भी साथ-साथ तेजी आने की संभावना है। अमेरिका और यूरोप में ठंड के मौसम में मेंथा तेल की बिक्री को बढ़ावा मिलेगा, जिसका उपयोग ठंड से राहत देने वाली दवाओं, दर्द से राहत देने वाले तेल और तेलों में किया जाता है। (शेयर मंथन, 06 जनवरी 2021)