सरसों में बढ़त, सोया तेल की कीमतों में गिरावट की संभावना - एसएमसी

मिले-जुले फंडामेंटल के कारण सोयाबीन वायदा (फरवरी) की कीमतें 4,580-4,680 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है जबकि कीमतों की तेजी और गिरावट दोनों पर रोक लगी रह सकती है।

सॉल्वेंट एक्सटैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अनुसार, अर्जेटिना से सोयामील का निर्यात बाधित होने के कारण भारत से सोयामील का निर्यात पटरी पर आने लगा है। सोयामील में निर्यात के साथ ही सरसोंमील और अन्य ऑयलमील के निर्यात में भी बढ़ोतरी हुई है। दिसम्बर में सोयामील का निर्यात 251,221 टन और रेपसीड मील 141,866 टन हुआ है जबकि अप्रैल से दिसंबर, 2020 के बीच कुल निर्यात क्रमशः 8,88,202 टन और 916,715 टन हुआ है। सीबीओटी पर, अमेरिकी सोयाबीन वायदा में उच्च स्तर से मुनाफा वसूली हो रही है और हाल ही में ब्राजील और अर्जेंटीना में शुष्क क्षेत्रों में बारिश ने फसल की संभावनाओं को बढ़ाकर बिक्री दबाव बढ़ा दिया है। खाद्य तेलों की कीमतों में गिरावट के कारक आने वाले दिनों में जारी रह सकते है, सबसे पहले बाजार में अटकलें है कि सरकार आयात शुल्क में कमी के विकल्प विचार कर सकती है और दूसरा आयातित खाद्य तेलों की अधिक मात्रा। दिसंबर 2020 के दौरान वनस्पति तेलों का आयात दिसंबर 2019 के 1,128,281 टन की तुलना में 1,356,585 टन हुआ है, जिसमें 1,328,161 टन खाद्य तेल और 28,424 टन गैर-खाद्य तेल हैं।

सोया तेल वायदा (फरवरी) की कीमतों में 1,070-1,060 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है, जबकि सीपीओ वायदा (जनवरी) की कीमतों में 915-910 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है। 

आरएम सीड वायदा (फरवरी) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 5,640-5,740 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है। मिलों और प्रोसेसरों की ओर से कम कीमतों पर अधिक खरीदारी के कारण राजस्थान और अन्य उत्पादक राज्यों में सरसों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। जयपुर में सरसों की कीमतें 50 रुपये बढ़कर 6,150-6,155 रुपये प्रति क्विंटल हो गयी है। सरसों तेल की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई लेकिन केक की कीमतों में गिरावट हुई है। (शेयर मंथन, 20 जनवरी 2021)