सरसों में तेजी, सोयाबीन की कीमतों में नरमी का रुझान - एसएमसी

अंतरराष्ट्रीय बाजार से नकारात्मक संकेत पर सोयाबीन वायदा (फरवरी) की कीमतें नरमी के रुझान के साथ 4,570-4,670 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।

निवेशकों की नजर 9 फरवरी को समाप्त होने वाले अमेरिकी कृषि विभाग की मासिक आपूर्ति और की माँग रिपोर्ट पर है। इस बीच, कमोडिटी फंड शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड सोयाबीन, सोयामील और सोया वायदा कॉन्टैंक्ट के शुद्ध विक्रेता थे।
सोया तेल वायदा (फरवरी) की कीमतें नरमी के रुझान के साथ 1,090-1,110 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है और सीपीओ वायदा (फरवरी) की कीमतें 965-985 रुपये के दायरे में मजबूत हो सकती है। बुर्सा मलेशिया डेरिवेटिव एक्सचेंज में अप्रैल डिलीवरी का बेंचमार्क पॉम ऑयल कॉन्टैंक्ट 162 रिंगिट गिरकर 3,229 रिंगिट प्रति टन हो गया है। प्रतिद्वंद्वी डालियान एक्सचेंज में सोयातेल में नरमी और कमजोर निर्यात जारी रहने की आशंका से मलेशियाई पॉम तेल वायदा कल 5% लुढ़क गया। कार्गो सर्वेक्षकों के अनुसार जनवरी से मलेशियाई पॉम तेल उत्पादों का निर्यात दिसम्बर के 37% से घटकर 32% रह गया है, और व्यापारियों को अब इस महीने भी कमजोर निर्यात का अनुमान है।

आरएम सीड वायदा (फरवरी) की कीमतों के 5,700 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। राजस्थान और अन्य उत्पादक राज्यों के हाजिर बाजारों में सरसों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई । सरसों तेल और तेल केक की कीमतों में भी तेजी दर्ज की गयी। पूरे देश में सरसों की आवक 1,30,000 बैग से घटकर 1,25,000 बैग रह गयी। मंडियों में नयी सरसों की आवक 80,000 बैग से बढ़कर 85,000 बैग तक पहुँच गयी। जबकि, पुरानी सरसों की आवक 50,000 बैग से घटकर 40,000 बैग हो गयी है। मिलों की ओर से पुराने बीज की बेहतर माँग से कीमतों में तेजी आयी। (शेयर मंथन, 04 फरवरी 2021)