बढ़ सकते हैं चने के दाम, कॉटन में 21,350-21,450 रुपये के दायरे में रहने की संभावना - एसएमसी

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉटन वायदा वायदा (फरवरी) की कीमतों के 21,350-21,450 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है।

संयुक्ता राज्य अमेरिका से बड़े पैमाने पर प्रोत्साहन उपाय की उम्मीद से आईसीई में कॉटन वायदा की कीमतों को मदद मिली है। कारोबारियों को उम्मीद है कि स्टीमुलस शायद थोड़ा अधिक हो सकता है जिससे कीमतों को मदद मिल सकती है इसलिए वे कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर उत्साहित हैं। अमेरिकी कांग्रेस में डेमोक्रेट सदस्यों ने मंगलवार को रिपब्लिकन के समर्थन के बिना राष्ट्रपति जो बाइडेन की प्रस्तावित 1.9 ट्रिलियन डॉलर के कोरोना वायरस सहायता योजना को आगे बढ़ाने की दिशा में पहला कदम उठाया।
ग्वारसीड वायदा (फरवरी) की कीमतों के 3,850-3,950 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है, जबकि ग्वारगम वायदा (फरवरी) की कीमतों के 6,120-6,220 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की अधिक कीमतों के कारण ग्वारगम के निर्यात माँग में बढ़ोतरी हो सकती हैं। पिछले साल महामारी की मार झेल रही माँग के कारण ऐतिहासिक रूप से निचले स्तर पर पहुँचने के बाद से तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है, जो ऑर्गनाइजेशन ऑफ पेट्रोलियम एक्सपोर्टिंग कंट्रीज और सहयोगियों द्वारा रिकॉर्ड कटौती की बदौलत हो रही है। ओपेक प्लस ने हाल ही में एक बैठक में अपनी तेल उत्पादन नीति को बनाये रखा है और तेल उत्पादक इस बात से काफी खुश हैं कि महामारी के रूप में माँग में सुधार को लेकर अनिश्चितता के बावजूद तेल भंडार में कमी जारी है।
चना वायदा (फरवरी) की कीमतों में 4,700-4,750 रुपये तक बढ़ोतरी हो सकती है। दालों की कीमतों के न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम होने के कारण राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ ने महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से खरीद शुरू करने का फैसला किया है। नॉफेड ने इन राज्यों ने लगभग 15 लाख टन खरीद का लक्ष्य रखा है। (शेयर मंथन, 05 फरवरी 2021)