सोयाबीन और सोया तेल में नरमी, सरसों में बढ़त की उम्मीद - एसएमसी

अंतरराष्ट्रीय बाजार से नकारात्मक संकेत पर सोयाबीन वायदा (फरवरी) की कीमतें नरमी के रुझान के साथ 4,570-4,640 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।

निवेशकों की नजर 9 फरवरी को समाप्त होने वाले अमेरिकी कृषि विभाग की मासिक आपूर्ति और की माँग रिपोर्ट पर है। इस बीच, कमोडिटी फंड शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड सोयाबीन, सोयामील और सोया वायदा कॉन्टैंक्ट के शुद्ध विक्रेता थे।
सोया तेल वायदा (फरवरी) की कीमतें नरमी के रुझान के साथ 1,090-1,110 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है और सीपीओ वायदा (फरवरी) की कीमतें 965-980 रुपये के दायरे में मजबूत हो सकती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में पॉम तेल की माँग सीमित हो सकती है क्योंकि ऐसी खबर है कि मलेशिया अगले साल की शुरुआत में अपने बी 20 पॉम तेल बायोडीजल जनादेश के राष्ट्रीव्यापी रोलआउट में देरी करेगा। राज्य समाचार एजेंसी बर्नामा ने बताया कि इस कदम से पीछे हटने का एक कारण अर्थव्यवस्था है जो कोविड-19 महामारी की मार से ग्रस्त है। 20% पॉम तेल के साथ जैव ईंधन के निर्माण के लिए जनादेश - जिसे बी 20 के रूप में जाना जाता है - परिवहन क्षेत्र के लिए पहली बार पिछले साल जनवरी में शुरू किया गया था, और इसे इस साल के मध्य तक पूरे देश में लागू करने की तैयारी थी।
आरएम सीड वायदा (फरवरी) की कीमतों के 5,900-6,000 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। राजस्थान और अन्य उत्पादक राज्यों के हाजिर बाजारों में सरसों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई। सरसों तेल और तेल केक की कीमतों में भी तेजी दर्ज की गयी। पूरे देश में सरसों की आवक 1,30,000 बैग से घटकर 1,25,000 बैग रह गयी। जयपुर में नयी सरसों की कीमतें 6,220-6,225 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में रही हैं। जबकि पुरानी सरसों की कीमत 6,320-6,325 रुपये प्रति क्विंटल रही है। (शेयर मंथन, 05 फरवरी 2021)