कॉटन ऑयल सीड केक में गिरावट, ग्वारसीड और ग्वारगम की कीमतों में तेजी का रुझान - एसएमसी

हाजिर बाजारों से नकारात्मक संकेतों को देखते हुये कॉटन ऑयल सीड केक वायदा (मार्च) की कीमतों में 2,060-2,040 रुपये के स्तर तक गिरावट का अनुमान है।

कम खरीद के कारण पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में कॉटन ऑयल केक की कीमतें 20-30 रुपये प्रति क्विंटल कम हो गयी। कपास के बीज की कीमतें पिछले सप्ताह बढ़ी थी, इसलिए इस सप्ताह में प्लांटों की ओर से माँग कमजोर हो गयी। गुजरात में कीमतों में नरमी के रुझान की प्रवृत्ति ने भी उत्तर भारत में कीमतों पर दबाव डाला। हरियाणा और राजस्थान की अधिकांश मंडियों में कॉटन ऑयल केक की कीमतें 25 रुपये कम होकर 2,750-2,825 रुपये प्रति क्विंटल हो गयी। जबकि, पंजाब में कपासबीज की कीमतें 25 रुपये फिसलकर 3,150-3,250 रुपये प्रति क्विंटल हो गयी।

ग्वारसीड वायदा (फरवरी) की कीमतों के 3,890-3,930 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है, जबकि ग्वारगम वायदा (फरवरी) की कीमतें 6,200-6,300 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार कर सकती है और कीमतों की गिरावट पर रोक लगी रह सकती है। कच्चे तेल की कीमतों में लगातार नौवें दिन बढ़ोतरी से बेहतर माँग की उम्मीद जगी है। राजस्थान, गुजरात और हरियाणा के हाजिर बाजार में ग्वारसीड और ग्वारगम की कीमतों में तेजी का रुझान देखा गया। ग्वारगम मिलें अधिक कीमतों पर बीज खरीद रहे थे क्योंकि उन्हें ग्वारगम पाउडर निर्माताओं से बेहतर माँग की उम्मीद है। अगर भविष्य में कच्चे तेल में तेजी बनी रही, तो ग्वारगम पाउडर की माँग में तेजी आयेगी। पिछले साल महामारी की मार झेल रही माँग के कारण ऐतिहासिक रूप से निचले स्तर पर पहुँचने के बाद से तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है, जो ऑर्गनाइजेशन ऑफ पेट्रोलियम एक्सपोर्टिंग कंट्रीज और सहयोगियों द्वारा रिकॉर्ड कटौती की बदौलत हो रही है।

चना वायदा (मार्च) की कीमतों के 4,575-4,620 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की उम्मीद है। कृषि मंत्रालय ने रबी सीजन 2020-21 के लिए कर्नाटक में मूल्य समर्थन योजना के तहत 1,67,000 टन चना की खरीद को मंजूरी दी। नॉफेड खरीद करने की व्यवस्था कर रहा है। (शेयर मंथन, 11 फरवरी 2021)