सोयाबीन और सरसों की कीमतों में तेजी का रुझान - एसएमसी

अंतरराष्ट्रीय बाजार के रुझान पर सोयाबीन वायदा (फरवरी) की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 4,780-4,880 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार कर सकती है।

कल अमेरिकी सोयाबीन वायदा की कीमतों में दो हफ्ते के निचले स्तर से बढ़ोतरी हुई है। दूसरी बात यह है कि वैश्विक बाजार में उच्च माँग के कारण इस साल जनवरी में भारत का सोयामील निर्यात लगभग छह गुना बढ़कर 3.36 लाख टन हो गया। सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अनुसार जनवरी 2020 में, सोयामील का निर्यात 58,000 टन हुआ था।

सोया तेल वायदा (फरवरी) की कीमतों के 1,115-1,125 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की उम्मीद है। सीपीओ वायदा (फरवरी) की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 1,010-1,020 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। अमेरिकी सोया तेल की निर्यात बिक्री के उत्साहजनक नहीं होने के कारण बढ़त सीमित रह सकती है। पिछले सप्ताह सोयाबीन तेल की निर्यात बिक्री 400 मीटिंक टन हुई है जो पिछले सप्ताह से और 4 सप्ताह पूर्व के औसत से कम है।

आरएम सीड वायदा (फरवरी) की कीमतें 6,070-6,200 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। राजस्थान और अन्य राज्यों में सरसों और तेल की कीमतों में तेजी का रुझान बना हुआ है। बाजार सूत्रों के अनुसार, उत्पादक राज्यों की अधिकांश मंडियों में सरसों की आवक बढ़ी है लेकिन मिलों और स्टॉकिस्टों की ओर से बेहतर खरीदारी के कारण सरसों की कीमतों को मदद मिली है। देशभर में सरसों की कुल आवक 1,75,000 बैग पर स्थिर रही। नयी सरसों की आवक 1,60,000 बैग हुई है। मंडियों में पुरानी सरसों की आवक 15,000 बैगों पर स्थिर रही। (शेयर मंथन, 12 फरवरी 2021)