सोयाबीन, आरएम सीड में तेजी, सीपीओ की कीमतों में सकारात्मक रुझान - एसएमसी

सप्लाई के बाधित होने के कारण सोयाबीन वायदा (जुलाई) की कीमतों के तेजी के रुख के साथ 7,180-7,250 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। मॉनसून की धीमी प्रगति और प्रमाणित सोयाबीन बीजों की कम उपलब्धता देश में सोयाबीन के प्रमुख दो उत्पादकों मध्य प्रदेश और राजस्थान में तिलहन की खरीफ बुवाई को प्रभावित हो सकती है।

हालाँकि मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में बुवाई शुरू हो गयी है, लेकिन कम बारिश के कारण कई जगहों पर बुवाई अभी बाकी है। सोयाबीन की बुवाई आमतौर पर जुलाई के पहले सप्ताह तक पूरी हो जाती है। मध्य प्रदेश और राजस्थान में बुवाई को गति देने के लिए बारिश नहीं हुई है। अमेरिकी फसल बुआई के आँकड़ों के जारी होने से पहले शिकागो सोयाबीन वायदा में मंगलवार को मिला-जुला कारोबार हुआ है। अमेरिकी मिडवेस्ट में गर्मी के पूर्वानुमान ने संभावित उपज नुकसान को लेकर चिंता बढ़ गयी है। व्यापारियों को अमेरिकी कृषि विभाग से बुधवार को प्रमुख अमेरिकी रकबे और स्टॉक आँकड़ों की प्रतीक्षा है।

आरएम सीड वायदा (जुलाई) की कीमतों में तेजी दिख रही है और 6,850 रुपये के करीब सहारा के साथ 7,030-7,080 रुपये तक बढ़ोतरी हो सकती हैं। स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ने के साथ-साथ इस तिलहन की माँग बढ़ रही है और लोग अब तंदुरूस्त रहने के लिए उचित परीक्षण के साथ अच्छा सरसों तेल की खोज कर रहे हैं। इस सीजन में बीजों की कमी की खबरों के बीच घरेलू सोयाबीन की कीमतों में तेजी के रुख से भी काउंटर सकारात्मक संकेत ले रहा है।

सोया तेल वायदा (जुलाई) की कीमतों के 1,260-1,265 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है, जबकि सीपीओ वायदा (जुलाई) की कीमतों के सकारात्मक रुझान के साथ 990-1,020 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है। केंद्र ने मंगलवार को कच्चे पॉम तेल सीपीओ पर आयात शुल्क 15 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी कर दिया। नयी ड्यूटी संरचना आज (30 जून) से प्रभावी होगी और 30 सितंबर तक जारी रहेगी। (शेयर मंथन, 30 जून 2021)