आरएम सीड में नरमी का रुझान, सोयाबीन की कीमतों में गिरावट की उम्मीद - एसएमसी

कारोबारियों द्वारा भारी मुनाफा वसूली के कारण सोयाबीन वायदा (अगस्त) की कीमतें कल 6% लोअर सर्किट पर बंद हुई।

इस सप्ताह भी बहुत उतार-चढ़ाव रहने की उम्मीद है और आज कीमतें 8,950 रुपये के स्तर तक गिर सकती है। कीमतों में अस्थिरता को कम करने के लिए, एक्सचेंज ने लीन पीरियड मार्जिन को 4% से बढ़ाकर 7% कर दिया है। पिछले सप्ताह तक किसानों ने 102 लाख हेक्टेयर में सोयाबीन की बुवाई की है, जो एक साल पहले की तुलना में 9% कम है। आईएमडी ने कहा है कि अगस्त और सितंबर के महीने में मानसून की बारिश सामान्य रहेगी जिससे देश में फसल की स्थिति में सुधार हो सकता है
अन्य तिलहन बाजारों से संकेत मिलने पर आरएम सीड वायदा (अगस्त) की कीमतें यदि 7,640 रुपये से नीचे टूटती है तो कीमतों में नरमी के रुझान के साथ 7,500 रुपये के स्तर तक गिरावट दर्ज कर सकती है। राजस्थान के जयपुर के बेंचमार्क बाजार में सरसों की कीमतें 7,800 रुपये पर स्थिर हैं। सोमवार को सरसों की आवक 85,000 बोरी थी जो पिछले दिन की तुलना में कम है। सीजन के अंत में बाजार में सरसों की कमी की आशंका जताई जा रही है क्योंकि जून के अंत तक लगभग 50 लाख टन सरसों की पेराई की जा चुकी है। इस सीजन में कुल बाजार अधिशेष 86 लाख टन रहने की उम्मीद थी। किसान और स्टॉकिस्ट के पास अब लगभग 36 लाख टन है। विश्व खाद्य तेल बाजारों को देखते हुये सोमवार को खाद्य तेल की कीमतों में गिरावट आयी, लेकिन सत्रा के अंत में कुछ सुधार देखा गया।
इसलिए, सोया तेल वायदा (अगस्त) की कीमतों के 1,385-1,400 रुपये के दायरे में कारोबार करने की उम्मीद है, जबकि सीपीओ वायदा (अगस्त) की कीमतों के 1,100-1,130 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड की अधिसूचना के अनुसार अगले 15 दिनों के लिए पॉम और सोया तेल के लिए शुल्क मूल्य अपरिवर्तित है। इसके अलावा, सरकार द्वारा शुल्क में कटौती और अपरिवर्तित शुल्क मूल्य के बाद आने वाले महीनों में खाद्य तेल के उच्च आयात की उम्मीद है। (शेयर मंथन, 03 अगस्त 2021)