सरसों में सुस्ती, सोया तेल की कीमतों में बढ़त की उम्मीद - एसएमसी

सरकार द्वारा पोल्ट्री उद्योग को समर्थन देने के लिए 15 लाख टन सोयामील के आयात की अनुमाति देने की खबरों के बाद कारोबारियों की ओर से भारी मुनाफावसूली के कारण सोयाबीन वायदा (सितंबर) की कीमतें कल लगातार दुसरे दिन लोअर सर्किट पर बंद हुई।

अब कीमतों में 7,440 रुपये के स्तर तक गिरावट होने की संभावना सोयाबीन की माँग इसके सोयामील की खपत से अधिक है और अगले सीजन से स्टॉक सीमित है। अक्टूबर माह के बाद सोयाबीन का नया सीजन आयेगा। भारत में, पिछले सप्ताह तक किसानों ने 115 लाख हेक्टेयर में सोयाबीन की बुवाई की है, जो सामान्य बुआई क्षेत्र से 3 लाख हेक्टेयर कम है। आईएमडी ने कहा है कि अगस्त और सिंतबर के महीने में मानसून की बारिश सामान्य रहेगी जिससे देश में फसल की स्थिति में सुधार हो सकता है।
आरएम सीड वायदा (सितंबर) पर बिकावली का दबाव जारी रहने की संभावना है। अब कीमतों को बाधा 7,700 रुपये के स्तर पर जबकि सहारा 7,400 रुपये के स्तर दिख रहा है व्यापार सूत्रों के मुताबिक सरसों तेल की ऊँची कीमतों पर माँग में सुस्ती से तिलहन पर दबाव बढ़ रहा है। हाजिर खरीदार कीमतों के रुझान को लेकर अनिश्चित नजर आ रहे हैं। इससे प्रोसेसिंग यूनिट की ओर से खरीदारी कम हो रही है। स्टॉकिस्ट की ओर से खाद्य तेल की माँग बढ़ने की खबरों के कारण सुबह के सत्र में गिरावट के बाद शाम को खाद्य तेल की कीमतों में सुधार हुआ।
सोया तेल (सितंबर) की कीमतों के 1,342 रुपये के स्तर पर सहारा 1,370 तक बढ़त दर्ज करने की संभावना है जबकि सीपीओ वायदा (अगस्त) की कीमतों के 1,127 रुपये के स्तर पर सहारा 1,152 तक बढ़त दर्ज करने की संभावना है एसएंडपी ग्लोबल प्लैट्स के सर्वेक्षण के अनुसार जुलाई में मलेशियाई पॉम तेल के अंतिम स्टॉक महीने में थोड़ा बढ़ सकते है, उत्पादन और निर्यात में लगभग 5% की गिरावट की उम्मीद है। (शेयर मंथन, 11 अगस्त 2021)