कॉटन में बढ़त, अरंडी सीड की कीमतो में तेजी का रुझान - एसएमसी

कॉटन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में पिछले सप्ताह 7% की उछाल दर्ज गयी है और कीमतें अब तक के उच्चतम स्तर 30,940 रुपये पर पहुँच गयी।

अब कीमतों के 29,400 रुपये पर सहारा के साथ फिर से 30,900 रुपये की ओर बढ़त दर्ज करने की संभावना है। महाराष्ट्र प्रति गुजरात और उत्तर भारत के सभी बाजारों में कपास की कीमतें बढ़ी और साथ ही मिलों की ओर से माँग में भी वृद्धि हुई। इसके अलावा, चीन की माँग और उम्मीद से कम उत्पादन के कारण अंतरराष्ट्रीय कीमतों में मजबूती के रुख से भी घरेलू कीमतों को समर्थन मिला है।
ग्वारसीड वायदा (नवंबर) की कीमतें पिछले सप्ताह 1% से अधिक गिर गयी और अब कीमतों के 5,880 रुपये पर बाधा के साथ 5,720 रुपेये तक गिरावट होने की संभावना है। कच्चे तेल की ऊँची कीमतों और बेमौसम बारिश के कारण कीमतें 5,700 रुपये से ऊपर कारोबार कर रही हैं जबकि फसल की कटाई हो रही है। वर्तमान में, कम क्षेत्र और लगातार निर्यात माँग के कारण कीमतें वर्ष-दर-वर्ष 41% अधिक हैं। चालू सीजन में राजस्थान में ग्वारगम का रकबा पिछले साल की तुलना में लगभग 4 लाख हेक्टेयर कम होकर 21 लाख हेक्टेयर रह गया है। यह लगातार चौथे साल कम उत्पादन क्षेत्र है। कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के कारण अक्टूबर में ग्वारगम के निर्यात में तेजी आने की उम्मीद है। अरंडी सीड वायदा (नवंबर) में पिछले सप्ताह तेजी के रुझान कारोबार किया और कीमतों के 6,180 रुपये पर सहारा के साथ 6,300 रुपये के ऊपर कारोबार करने की उम्मीद है।

अरंडी के तेल और भोजन की लगातार निर्यात माँग ने इस सीजन में कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। एसईए के अनुसार जुलाई और अगस्त 2021 में अरंडी तेल निर्यात पिछले साल की तुलना में कम रहा लेकिन अप्रैल-अगस्त की अवधि में निर्यात पिछले साल के 2.9 लाख टन की तुलना में 3.2 लाख टन हुआ है। सितंबर में देर से हुई मानसूनी बारिश गुजरात में अरंडी क्षेत्र के लिए फायदेमंद है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में अत्यधिक बारिश देर से बोई गयी अरंडी की फसल को प्रभावित कर सकती है। (शेयर मंथन, 11 अक्टूबर 2021)