कॉटन की कीमतों में 29,900-31,370 रुपये के दायरे में कारोबार की संभावना - एसएमसी

कॉटन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों पर पिछले सप्ताह दबाव देखा गया क्योंकि नये सीजन की फसल की आवक हो रही है। कपास उत्पादक क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण उत्पादन में कमी की खबरों से कीमतें अभी भी अधिक बनी हुई हैं।

अब कीमतें 30,300 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 29,900-31,370 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। मिलों की ओर माँग के कारण घरेलू कपास की कीमतें बढ़ रही हैं। यूएसडीए ने अपनी मासिक रिपोर्ट में भारत में कपास के उत्पादन में 1.75% की कटौती करके 28 मिलियन गांठ (1 यूएस गांठ = 218 किलोग्राम) कर दिया है। लेकिन यूएसडीए ने वैश्विक कपास उत्पादन को सितंबर में अनुमानित 119.59 मिलियन गांठ के मुकाबले 120.28 मिलियन गांठ तक बढ़ा दिया है।
कम उत्पादन और अधिक माँग की संभावना से ग्वारसीड वायदा (नवंबर) की कीमतों में पिछले सप्ताह 3.3% की छलांग दर्ज की गयी। इस सप्ताह कीमतें 6,150 रुपये के बाधा के साथ 6,000-6,200 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है जबकि सपोर्ट 6,050 रुपये के स्तर पर है। वर्तमान में, कम क्षेत्र और लगातार निर्यात माँग के कारण कीमतें वर्ष-दर-वर्ष 45% अधिक हैं। चालू सीजन में राजस्थान में ग्वारगम का रकबा पिछले साल की तुलना में लगभग 4 लाख हेक्टेयर कम होकर 21 लाख हेक्टेयर रह गया है। यह लगातार चौथे साल कम उत्पादन क्षेत्र है। अमेरिकी रिगों में बढ़ोतरी के कारण आने वाले हफ्तों में ग्वारगम के निर्यात में तेजी आने की उम्मीद है।
अरंडी सीड (नवंबरद्ध) की कीमतें 4-5 सप्ताह से एक दायरे में कारोबार कर रही है लेकिन कुल मिलाकर नरमी का रुझान है। कीमतों के 62,020 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 6,100-6,285 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। अरंडी तेल और अरंडीमील की लगातार निर्यात माँग ने इस सीजन में कीमतों में बढ़ोतरी हुई है लेकिन अच्छे उत्पादन की संभावना से उच्च स्तर पर कीमतों पर दबाव रह सकता है। जुलाई और अगस्त 2021 में अरंडी तेल निर्यात पिछले साल की तुलना में कम रहा लेकिन अप्रैल-अगस्त की अवधि में निर्यात पिछले साल से अधिक रहा है। सितंबर में देर से हुई मानसूनी बारिश गुजरात में अरंडी क्षेत्र के लिए फायदेमंद है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में अत्यधिक बारिश देर से बोई गयी अरंडी की फसल को प्रभावित कर सकती है। (शेयर मंथन, 18 अक्टूबर 2021)