कॉटन में बढ़त, कैस्टरसीड को 7,330 रुपये पर सहारा रहने की संभावना - एसएमसी

कॉटन वायदा (अप्रैल) की कीमतों में कल 1.3% की बढ़ोतरी हुई है क्योंकि बेहतर माँग के कारण कीमतों को मदद मिली।

अब कीमत 41,300 रुपये पर सहारा के साथ 43,500 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। उत्पादन में कमी की आशंका और निर्माण के लिए कच्चे कपास की अधिक माँग के कारण वर्तमान समय में कपास की कीमतें वर्ष-दर-वर्ष 98.8% अधिक हैं जबकि इस वर्ष अब तक 26% बढ़ी है। यूएसडीए की रिपोर्ट के अनुसार आने वाले सौजन (2022) में कपास की बुआई कुल 12.2 मिलियन एकड़ में होने का अनुमान है, जो पिछले साल की तुलना में 9 प्रतिशत अधिक है। मार्च की अपनी नवीनतम रिपोर्ट में, यूएसडीए में 2021-22 में वैश्विक काम उत्पादन अनुमान को फरवरी 2022 में अनुमानित 120.2 मिलियन गांठ को तुलना में घटाकर 119.9 मिलियन (1 यूएस गांठ=218 किलोग्राम) कर दिया 2021/22 में विश्वस्तर कपास का अंतिम स्टॉक अब पिछले महीने की तुलना में 1.7 मिलियन गांठ कम होकर 82-57 मिलियन गांठ रह सकता है। भारत में कपास का उत्पादन लगातार दूसरे महीने 5,00,000 गांठ घटकर 26.50 मिलियन गांठ रहने का अनुमान है।

मुनाफा वसूली के कारण ग्वारसीड वादा (अप्रैल) की कीमतों में कल 2% से अधिक की गिरावट हुई। अब कीमत 6,550-1,900 रुपये के कारोबार करती है। वर्तमान में कम उत्पादन कई वर्षों में कम स्टॉक और अच्छी नियत माँग की संभावना से कम वर्ष-दर-वर्ष 69.3% अधिक है। तेल रिंगों की संख्या भी पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 253 बढ़कर 670 रुपये हो गयी है। जनवरी 2022 में ग्वारगम का निर्मात वर्ष-दर-वर्ष 5% बढ़कर 22,300 टन हो गया है, जबकि 2021-22 (अप्रैल-जनवरी) में निर्मात वर्ष-दर-वर्ष 38.4% बढ़कर 2.64 लाख टन हुआ है।
उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली के कारण कैस्टरसीड वायदा (अप्रैल) की कीमतें कल 1.5% की गिरावट के साथ हुई अब कीमतें 7,330 रुपये पर सहारा के साथ 7,500 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। वर्तमान में कीमत वर्ष-दर-वर्ष 50% अधिक है। एसईए के अनुसार फरवरी 2022 में अरंडीमील का निर्यात वर्ष-दर-वर्ष 40% बढ़कर 32,000 टन हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2021/22 के लिए कुल निर्यात पिछले वर्ष के 3.90 लाख टन से लगभग 5.5% बढ़कर 3.60 लाख नह गया।
कैस्टर कॉन्फ्रेंस 2022 में 2021-22 में भारत में अरंडी का उत्पादन 17.95 लाख टन होने का अनुमान लगाया गया है, जो 2020-21 में 17.89 लाख था।अप्रैल जनवरी के दौरान अरंडी के तेल का निर्यात 5.06 लाख टन के बराबर है। (शेयर मंथन, 05 अप्रैल 2022)