अमेरिका की तरफ से आपूर्ति बढ़ने से 1% फिसला क्रूड ऑयल वायदा

अमेरिका की तरफ से आपूर्ति बढ़ने से गुरुवार को तेल की कीमतों में 1% की गिरावट आते हुए देखी गयी।

हालांकि, वैश्विक बाजार को इस बात का भरोसा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन जल्द ही वैश्विक आर्थिक विकास को कम करने वाले व्यापार विवाद को जल्द समाप्त कर सकते हैं।
यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) कच्चा तेल वायदा 51.75 डॉलर प्रति बैरल पर था, जो 61 सेंट यानि 1.2% नीचे था। अंतरराष्ट्रीय ब्रेंट क्रूड वायदा 1%, यानि 63 सेंट नीचे 60.81 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार करता हुआ देखा गया।
तेल की कीमतों में पिछले दिनों लगभग 5% का उछाल देखा गया था, क्योंकि दुनिया भर के वित्तीय बाजार इस उम्मीद में बढ़ गए थे कि वाशिंगटन और बीजिंग जल्द ही अपने व्यापार विवादों को समाप्त कर सकते हैं।
एएनजेड बैंक ने गुरुवार को कहा कि सऊदी अरब के व्यापार तनाव और कमजोर अमेरिकी डॉलर के बीच, सऊदी अरब के बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आने का कारण उसके उत्पादन में कटौती है।
सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री ने बुधवार को कहा था कि उन्हें भरोसा है कि पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) द्वारा 2018 के अंत में आपूर्ति में कटौती शुरू कर दी गई थी और रूस सहित कुछ सहयोगियों ने पुन: आपूर्ति के उद्देश्य से तेल बाजार को संतुलन में लाया। (शेयर मंथन, 10 जनवरी 2019)