समझें क्यों और कैसे कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमत चली गयी शून्य के नीचे

कच्चे तेल के कारोबार में एक अभूतपूर्व स्थिति सोमवार 20 अप्रैल 2020 को नजर आयी, जब डब्लूटीआई क्रूड के इतिहास में पहली बार कीमतें नकारात्मक यानी शून्य से भी कम हो गयीं। एक समय तो कीमत शून्य से 40 डॉलर नीचे चली गयी। अधिकांश लोग अचरज में हैं कि भला एक कमोडिटी की कीमत नकारात्मक कैसे हो सकती है! प्रस्तुत है एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज की ताजा रिपोर्ट, जिसमें इस घटनाक्रम और उसके कारणों को समझाया है।
कच्चे तेल की कीमतों में यह ऐतिहासिक गिरावट क्यों हुई?
ऐसा इसलिए था, क्योंकि सबसे नजदीकी महीने का वायदा कांट्रैक्ट 20 अप्रैल को एक्सपायर हो रहा था। जो लोग फिजिकल डिलीवरी नहीं लेना चाहते थे, उन्हें एक्सपायरी से पहले इस कांट्रैक्ट में अपने सौदों को काटना पड़ा। इसलिए जो सट्टेबाज मई में डिलीवरी नहीं लेना चाहते थे, उन्हें अपने खरीदारी सौदे काटने के लिए औने-पौने भावों पर बेचना पड़ा, जिससे कीमतों में भारी गिरावट हुई।

क्या यह भारी गिरावट दोबारा होगी?

इसका जवाब है – शायद नहीं। इसी कारण कि कच्चे तेल की कीमतें अभी तेजी बदला (कॉन्टैंगो) में हैं। दूसरे शब्दों में, आगे के महीनों के वायदा कांट्रैक्ट निकट और चालू माह के वायदा कांट्रैक्ट की तुलना में अधिक कीमतों पर चल रहे हैं। तेजी बदला तब होता है, जब व्यापारी माँग में वृद्धि का अनुमान लगाते हैं और इसलिए भविष्य में कमोडिटी की ऊँची कीमतें देने को तैयार होते हैं।

पहले ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर कारोबारियों ने क्या किया था?
1990 में कुवैत पर इराकी आक्रमण के दौरान एक व्यापारी ने आक्रमण से पहले सस्ते दामों पर बड़े पैमाने पर खरीदारी कर ली थी और आक्रमण के बाद जब कीमतें बढ़ीं, तब उसने बिकवाली की थी। तेल को समुद्र में मौजूद टैंकरों में इकट्ठा किया गया था और काफी अधिक कीमतों पर बाजार में उतारा गया था।

ऐतिहासिक रूप से इन निचली कीमतों पर माँग की क्या स्थिति है?
माँग धीरे-धीरे और लगातार बढ़ रही है। वास्तव में, 20 लाख बैरल तेल तक कच्चे तेल का परिवहन करने की क्षमता वाले बड़े मालवाहकों को साल भर तक काम पर रखने वाले अनुबंध तेजी से बढ़ रहे हैं। वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के अनुसार, साल भर के अनुबंधों के लिए बड़े मालवाहकों के लिए मालवाहक किराया एक वर्ष पहले के 30,500 डॉलर प्रति दिन की तुलना में बढ़ कर 72,500 डॉलर प्रति दिन हो गया है। यह कम कीमतों का लाभ उठाने के लिए इस तरह के फ्लोटिंग स्टोरेज की बढ़ती माँग को दर्शाता है।

वे कहाँ भंडारण कर रहे हैं?
इन टैंकरों को दक्षिण अफ्रीकी तट से कुछ दूर रखा गया है, जो अमेरिकी और एशियाई बाजारों दोनों से समान दूरी पर है। कुछ अनुमानों के अनुसार, इस समय 14 करोड़ बैरल से अधिक तेल समुद्रों में मौजूद टैंकरों में रखा गया है। विश्व में अधिकतम माँग के दिनों में लगभग 9 करोड़ बैरल तेल की दैनिक खपत होती है।

क्या कच्चे तेल की कीमतें तेजी बदला में ही रहेंगी?
हाँ, इसकी संभावनाएँ अधिक हैं। कारोबारियों का अनुमान है कि जून तक माँग सुधर जायेगी, क्योंकि दुनिया भर में तब तक लॉकडाउन को हटाया जायेगा और आर्थिक गतिविधियाँ फिर से शुरू हो जायेंगी। कारोबारियों को यह भी उम्मीद है कि तेल के लिए अतिरिक्त भंडारण स्थान बनाया जा सकता है। अमेरिका भी कम कीमतों का फायदा उठा कर अपने रणनीतिक भंडारण को बढ़ाने की बात कर रहा है। इससे तेल की माँग बढ़ सकती है। इस समय डब्लूटीआई कच्चे तेल की कीमतें तेजी बदला में हैं, और जून 2020 के कॉन्ट्रैक्ट लिए 20.38 डॉलर/बैरल से लेकर जुलाई 2028 के कॉन्ट्रैक्ट के लिए 50.12 डॉलर/बैरल तक जा रही हैं।
इन बुनियादी बातों के आधार पर एमसीएक्स (MCX) में छोटी अवधि के लिए कच्चे तेल के जून कॉन्ट्रैक्ट को खरीद कर मई कॉन्ट्रैक्ट को बेच सकते हैं। लंबी अवधि के लिए हम मासिक आधार पर 7 डॉलर पर घाटा काटने का स्तर (स्टॉपलॉस) रख कर 56 डॉलर के लक्ष्य के लिए 10-14 डॉलर के दायरे में खरीदारी के सौदे कर सकते हैं। (शेयर मंथन, 22 अप्रैल 2020)