उत्पादन पर टिका है कच्चे तेल का भविष्य - एसएमसी

कच्चे तेल की कीमतें 3,780-3,880 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। उत्तर सागर पाइपलाइन के धीरे-धीरे शुरु होने के कारण आज तेल की कीमतें कल के ढ़ाई वर्ष के उच्च स्तर से नीचे लुढ़क गयी है।

नाइमेक्स में अमेरिक कच्चे तेल की कीमतें 23 सेंट की गिरावट के साथ 59.74 डॉलर के स्तर पर कारोबार कर रही हैं। इसके पहले कीमतें जून 2015 के बाद पहली बार 60 डॉलर के स्तर पर को पार कर गयी थीं। ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतें भी 36 सेंट की गिरावट के साथ 66.66 डॉलर के स्तर पर कारोबार कर रही हैं। इसके पहले कीमतें मई 2015 के बाद पहली बार 67 डॉलर के स्तर को पार कर गयी थी। ओपेक और रूस सहित अन्य गैर-ओपेक देश तेल की कीमतों में तेजी लाने के लिए 2018 के अंत तक उत्पादन में कटौती जारी रखेंगे। ओपेके सदस्य इराक के तेल मंत्री ने कहा है कि 2018 पहली तिमाही में माँग और आपूर्ति के बीच संतुलन स्थापित हो सकता है। एनालिस्टों का अनुमान है कि 2018 के अंत या 2019 में विश्व स्तर पर तेल की माँग 100 मिलियन बैरल प्रति दिन स्तर को पार कर सकती है। नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में तेजी रह सकती है और कीमतें 165-175 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। (शेयर मंथन, 27 दिसंबर 2017)