रूस-सऊदी अरब द्वारा उत्पादन बढ़ाने की संभावना से कच्चे तेल पर रहेगा दबाव - एसएमसी

कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट जारी रहने की संभावना है।
आपूर्ति में भारपायी के लिए रूस और सउदी अरब द्वारा तेल उत्पादन में बढ़ोतरी करने की संभावना से कीमतों पर दबाव बरकरार है। ईरान और वेनेजुएला से तेल आपूर्ति में कमी की भारपायी करने के लिए रूस और सउदी अरब के इस वर्ष की दूसरी छमाही में तेल उत्पादन में 1 मिलियन प्रति दिन की बढ़ोतरी करने पर सहमत होने के बाद तेल की कीमतों में तेजी गिरावट हुई है। इसके साथ ही अमेरिकी कच्चे तेल उत्पादन में बढ़ोतरी जारी है। एमसीएक्स में तेल की कीमतें 4,400 रुपये लुढ़क सकती हैं। पिछले दो वर्ष में अमेरिकी कच्चे तेल का उत्पादन लगभग 27% बढ़ कर 10.73 मिलियन बैरल प्रति दिन के स्तर पर पहुँच गया है। गर्म मौसम के कारण वातानुकूल के लिए गैस की अधिक माँग की संभावना से नेचुरल गैसे वायदा की कीमतों में तेजी बरकरार रहने की संभावना है। गैस की कीमतों के 206 रुपये स्तर पर पहुँचने की संभावना है। (शेयर मंथन, 29 मई 2018)