बेस मेटल की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना - एसएमसी

बेस मेटल की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना के साथ निचले स्तर पर शॉर्ट कवरिंग (जवाबी खरीद) हो सकती है।
सितंबर महीने में अमेरिका से चीन द्वारा तांबे के स्क्रैप आयात में गिरावट हुई है, जबकि भारत और आइसलैंड चीन के एलमुनियम निर्यात में बढ़ोतरी से लाभान्वित हुए हैं। तांबे की कीमतों को 437 रुपये के नजदीक सहारा और 443 रुपये के नजदीक बाधा, जिंक की कीमतों को 185 रुपये के नजदीक सहारा और 190 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकती है।
चीन और अमेरिका दोनों के राष्ट्रपतियों द्वारा व्यापार युद्ध का समाधन कर लिये जाने की उम्मीद से शंघाई में आज तांबे की कीमतों में चार दिनों की गिरावट के बाद 1% की उछाल दर्ज की गयी है। लेकिन साप्ताहिक आधर पर कीमतों में अभी भी 1.5% की गिरावट है।
लेड की कीमतों को 140 रुपये के नजदीक सहारा और 144 रुपये के करीब रुकावट, निकल की कीमतों को 850 रुपये के आस-पास सहारा और 880 रुपये के नजदीक बाधा रह सकती है। रूस की नोस्र्क निकल की चीन की सीमा के पास स्थित खदान से उत्पादन तीसरी तिमाही में बढ़ा है। एल्युमीनियम की कीमतों को 143 रुपये के नजदीक और 146 रुपये के नजदीक रुकावट रह सकती है। (शेयर मंथन, 02 नवंबर 2018)