हाउसिंग फाइनेंस कंपनी डीएचएफएल (DHFL) के सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) हर्षिल मेहता (Harshil Mehta) ने तुरंत प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है।
हालाँकि वे कंपनी के साथ जुड़े रहेंगे और 14 फरवरी 2019 से कार्यकारी अध्यक्ष - रिटेल कारोबार का पद संभालेंगे। मेहता ने इस्तीफे के पीछे कंपनी के भीतर ही अन्य कार्यों के लिए पूर्णकालिक जिम्मेदारी का हवाला दिया है। मेहता को जनवरी 2015 में डीएचएफएल का सीईओ नियुक्त किया गया था।
इसके अलावा डीएचएफएल के निदेशक मंडल ने एक स्वतंत्र निदेशक के रूप में सुंजॉय जोशी और गैर-कार्यकारी निदेशक के रूप में श्रीनाथ श्रीधरन की नियुक्ति की सिफारिश की है, जिसके लिए नियामक प्राधिकरण से मंजूरी ली जायेगी।
बता दें कि हाल ही में डीएचएफएल पर 31,000 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोप लगा है। खोजी पत्रकारिता के लिए मशहूर वेबसाइट कोबरापोस्ट (Cobrapost) ने कंपनी के प्रमोटरों पर शेल कंपनियों के जरिये 31,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाया। डीएचएफएल ने इन आरोपों को बुरे इरादे से कंपनी की छवि को खराब करने वाला बताया था।
दूसरी तरफ आज डीएचएफएल के शेयर में शुरुआती कारोबार में काफी कमजोरी दिखी। बीएसई में डीएचएफएल का शेयर 110.55 रुपये के पिछले स्तर के मुकाबले आज गिरावट के साथ 105.00 रुपये पर खुल कर 104.00 रुपये के निचले स्तर तक गिरा। मगर सवा 11 बजे शेयर में मजबूती आनी शुरू हुई, जिससे यह 119.80 रुपये तक ऊपर गया। करीब साढ़े 12 बजे कंपनी के शेयरों में 5.90 रुपये या 5.34% की तेजी के साथ 116.45 रुपये पर सौदे हो रहे हैं। (शेयर मंथन, 14 फरवरी 2019)