एनएमडीसी का वित्त वर्ष 2023 में 4.6 करोड़ टन आयरन ओर उत्पादन का लक्ष्य

सरकारी माइनिंग कंपनी एनएमडीसी (NMDC) का वित्त वर्ष 2023 में 10 फीसदी अधिक आयरन ओर (अयस्क) उत्पादन का लक्ष्य है।

 कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 में 4.6 करोड़ टन आयरन ओर उत्पादन लक्ष्य रखा है। कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक सुमित देब ने जानकारी दी कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2022 में 42.19 मीट्रिक टन आयरन ओर उत्पादन का लक्ष्य हासिल किया है, वहीं 40.56 मीट्रिक टन आयरन ओर की बिक्री भी की है। वित्त वर्ष 2022 में कंपनी का टर्नओवर 25,882 करोड़ रुपये रहा था। सुमित देब के मुताबिक बाचेली माइन, कुमारास्वामी माइन के अलावा दूसरे माइन्स में हो रहे विकास के मद्देनजर कंपनी ने मौजूदा वित वर्ष में 10 फीसदी अधिक आयरन ओर उत्पादन का लक्ष्य रखा है। कंपनी का मौजूदा वित्त वर्ष में 460 लाख टन आयरन उत्पादन का लक्ष्य है। कंपनी का मानना है कि ज्यादा उत्पादन होने से कीमत पर दबाव भी कम होगा। सुमित देब के मुताबिक कंपनी को उम्मीद है कि छत्तीसगढ़ में उसके 3-MT स्टील इकाई का डीमर्जर जल्द पूरा हो जाएगा। डीमर्जर की प्रक्रिया मौजूदा वित्त वर्ष में ही पूरी होने की उम्मीद है। खास बात यह है कि डीमर्जर के आवेदन को कंपनी मामलों के मंत्रालय से मंजूरी भी मिल गई है। इस संबंध में कंपनी ने जून में अनसिक्योर्ड क्रेडिटर्स और कंपनी के शेयरधारकों के साथ बैठक भी कर ली है। कंपनी को डीमर्जर के लिए स्टॉक एक्सचेंज से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट यानी एनओसी (NOC) भी मिल चुका है। कंपनी को उम्मीद है कि डीमर्जर की प्रक्रिया मौजूदा वित्त वर्ष में पूरी हो जाएगी। कंपनी ने पांचवें राउंड की स्क्रीनिंग के लिए एक नए कंसल्टेंट की नियुक्ति भी कर दी है। इसके साथ ही बाचेली माइन के जरिए क्षमता विस्तार के लिए बनाए जा रहे प्रोजेक्ट के भी मौजूदा वित्त वर्ष में पूरा होने की उम्मीद है। इससे कंपनी की आयरन ओर उत्पादन क्षमता में 25 लाख टन की बढ़ोतरी होगी। वैश्विक स्तर पर आयरन ओर के मांग के सवाल पर सुमित देब ने बताया कि छोटी अवधि में आयरन ओर का बाजार उतना अच्छा नहीं है, हालाकि लंबी अवधि में बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है। 2021 में उत्पादन के हिसाब से 900 मीट्रिक टन के साथ ऑस्ट्रेलिया पहले पायदान पर बना हुआ है। भारत 240 मीट्रिक टन आयरन ओर उत्पादन के साथ चौथे नंबर पर बना हुआ है। 380 मीट्रिक टन के साथ ब्राजील दूसरे और 360 मीट्रिक टन के साथ तीसरे स्थान पर बना हुआ है। कंपनी ग्रीन हाइड्रोजन के क्षेत्र में भी संभावना तलाश रही है।

(शेयर मंथन 13 अगस्त, 2022)