वित्त वर्ष 2023 में कंपनी ने तय किया 16 फीसदी ज्यादा बिक्री का लक्ष्य

रियल एस्टेट फर्म प्रेस्टिज एस्टेट्स ने वित्त वर्ष 2023 के लिए बिक्री का बड़ा लक्ष्य तय किया है।

 कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 में 12,000 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टीज बिक्री का लक्ष्य तय किया है। कंपनी की बिक्री का यह लक्ष्य पिछले साल के मुकाबले 16 फीसदी अधिक है। कंपनी ने यह लक्ष्य घरों की मांग के लिए भरोसेमंद डेवलपर्स की ओर लोगों के झुकाव के बीच तय किया है। प्रेस्टिज एस्टेट्स की मजबूत उपस्थिति दक्षिण भारत में है। हाल ही में कंपनी ने मुंबई बाजार में भी एंट्री का ऐलान किया है। वित्त वर्ष 2022 में कंपनी की सेल्स बुकिंग में 90 फीसदी की ग्रोथ दर्ज हुई थी और यह 10,382 करोड़ रुपये के अब तक के सबसे ऊपरी स्तर पर पहुंच गया है। कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक इरफान रज्जाक ने कहा कि हमने 12000 करोड़ रुपये की कम से कम बिक्री का लक्ष्य रखा है, जबकि हम चाहते हैं कि बिक्री इससे भी ज्यादा हो। हालाकि यह सब कई अलग-अलग प्रोजेक्ट्स से जुड़े मंजूरी पर निर्भर करेगा। प्रेस्टिज एस्टेट्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वेंकट नारायण ने कहा कि कंपनी के कारोबार के लिए बंग्लुरू मुख्य बाजार है। अनुमान के मुताबिक कुल बिक्री में बंग्लुरू से 8500 करोड़ बिक्री का योगदान हो सकता है। बाकी की बिक्री मुंबई और हैदराबाद से आ सकती है। वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही में बुकिंग 310 फीसदी बढ़कर पहले ही 3,012.1 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया है। इसमें से नए बाजार मुंबई से 750 करोड़ रुपये की बुकिंग आई है। वेंकट नारायण के मुताबिक कंपनी ने 36.3 लाख वर्ग फुट क्षेत्र बेचा है। बेचे गए इन क्षेत्र की औसत कीमत 8500 प्रति वर्ग फुट है। कंपनी ने जून तिमाही में 2,560 इकाई घरों की बिक्री की है। इस तरह से यह करीब एक दिन में 28 घरों की बिक्री के बराबर है। कंपनी की आने वाली तिमाहियों में कई प्रोजेक्ट्स को बाजार में उतारने की योजना है। इन नए प्रोजेक्ट्स में करीब 1.5 करोड़ वर्ग फुट क्षेत्र शामिल होंगे। कंपनी के पास चल रहे प्रोजेक्ट्स में भी इन्वेंट्रीज मौजूद है। इरफान रज्जाक के मुताबिक कई चुनौतियों के बावजूद घरों की मांग में कोई कमी आती नहीं दिख रही है। चुनौतियों के तौर पर बढ़ते ब्याज दर, लागत में बढ़ोतरी के बावजूद कंपनी इसके असर को खत्म करने का प्रयास कर रही है। आपको बता दें कि महंगाई पर नियंत्रण करने के लिए पिछले कुछ महीनों में भारतीय रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में 140 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की है। वहीं इसके असर को कम करने के लिए कंपनी ने अपार्टमेंट की कीमतों में बढ़ोतरी की है ताकि लागत खर्च पर नियंत्रण के अलावा बेहतर प्रॉफिट मार्जिन रह सके। इरफान रज्जाक के मुताबिक कोरोना की दूसरी लहर के बाद रिटेल और हॉस्पिटैलिटी कारोबार में सुधार देखने को मिला है।

(शेयर मंथन 15 अगस्त, 2022)