इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव प्रोजेक्ट के लिए सीमेंस ने लगाई सबसे कम बोली

इंजीनियरिंग के क्षेत्र में काम कर रही सीमेंस इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव के एक प्रोजेक्ट के लिए सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी बनी है।

 इस प्रोजेक्ट के तहत 1200 इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव का उत्पादन करना है जिसकी क्षमता 9000 हॉर्स पावर (HP) है। इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत करीब 20000 करोड़ रुपये है। इसे गुजरात के दाहोद में बनाना है। भारतीय रेलवे ने दाहोद में 9000 हॉर्स पावर की क्षमता वाले इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव के उत्पादन और रख-रखाव के लिए अप्रैल में इस साल टेंडर जारी किया था। कंपनी ने एक्सचेंज को इस बारे में जानकारी दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अप्रैल में 9000 हॉर्स पावर वाले इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव के उत्पादन के लिए नीव अप्रैल में रखी थी। यह दाहोद में रेलवे के उत्पादन इकाई के पास बनाया गया है। आपको बता दें कि दाहोद वर्कशॉप 1926 में बनाया गया था। इसका मकसद समय समय पर भाप से चलने वाले लोकोमोटिव्स का रख-रखाव करना था। इस इकाई के आधारभूत संरचनाओं में सुधार कर इसे बिजली से चलने वाले लोकोमोटिव्स के लिए विकसित किया गया है। इस प्रोजेक्ट से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर करीब10,000 लोगों को रोजगार मुहैया होगा। 1200 लोकोमोटिव्स का उत्पादन 11 साल में किया जाएगा जो 2023-24 से शुरू होकर 2033-34 तक जाएगा।

इस प्रोजेक्ट के लिए सफल बोलीदाता को पहले साल में 5 लोकोमोटिव्स की आपूर्ति करनी होगी जबकि दूसरे साल में 35 लोकोमोटिव्स की आपूर्ति अनिवार्य है। इस प्रोजेक्ट से तीसरे और चौथे साल से सालाना 80 लोकोमोटिव्स की आपूर्ति होगी। प्रोजेक्ट के पांचवे और छठे साल से उत्पादन क्षमता बढ़कर 100 लोकोमोटिव्स की हो जाएगी। इसके बाद सालाना अगले 5 साल तक 160 लोकोमोटिव्स का उत्पादन इस इकाई से होना शुरू हो जाएगा। 9000 हॉर्स पावर वाले इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव का इस्तेमाल भारतीय रेलवे के 4500 टन लोड के साथ सिंगल लोकोमोटिव द्वारा औसत गति 75 किलोमीटर प्रति घंटे तक के लिए किया जाएगा। सरकार की ओर से रख-रखाव के लिए चार डिपो नामित किए हैं जिसकी क्षमता 300 है। ये डिपो पश्चिम बंगाल के खड़गपुर, आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम , छतीसगढ़ के रायपुर और महाराष्ट्र के पुणे में है। भारतीय रेलवे को दाहोद इकाई से 2024 के शुरुआत में पहले लोकोमोटिव की डिलिवरी की उम्मीद है। लोकोमोटिव के उत्पादन के लिए ग्रीन एनर्जी का इस्तेमाल होगा और इसमें हरे रंग का मैन्युफैक्चरिंग टैग भी लगा होगा। आपको बता दें कि दाहोद रेलवे स्टेशन दिल्ली-मुबई रुट पर स्थित है।

(शेयर मंथन 06 दिसंबर, 2022)