बेस मेटल में सुस्ती के संकेत - एसएमसी साप्ताहिक रिपोर्ट

बेस मेटल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं क्योंकि ब्रेक्सिट को लेकर चिंता, नये अमेरिकी राजकोषीय प्रोत्साहन की उम्मीदों के कमजोर होने, कोरोना वायरस संकट से अमेरिकी श्रम बाजार की धीमी रिकवरी, भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक आर्थिक सुधर को लेकर कमजोर दृष्टिकोण से जोखिम उठाने के सेंटीमेंट के कमजोर होने से कीमतों पर दबाव रह सकता है।

लेकिन एलएमई में कम होते भंडार और प्रमुख देशों में मैनुफैक्चरिंग गतिविधियों में रिकवरी से निचले स्तर से कीमतों को समर्थन मिल सकता है। चीन के नॉन फेरस मेटल्स इंडस्ट्री एसोसिएशन के अनुसार इस साल चीन में तांबे के स्क्रैप के आयात में लगभग 50% की गिरावट होने की संभावना है। अगले साल तांबे के लिए बेंचमार्क ट्रीटमेंट शुल्क में लगातार छठे वर्ष कमी होने की संभावना है जो 2011 के बाद से लगभग 60 डॉलर प्रति टन है। तांबे की कीमतें 530 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 500 के स्तर पर पहुँच सकती है।
जिंक की कीमतें 195 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 180 रुपये पर लुढ़क सकती हैं। अच्छे मुनाफे ने चीन के स्मेल्टरों को उत्पादन में तेजी लाने के लिए प्रोत्साहित किया, जबकि कीमतों में गिरावट के कारण हाजिर बाजार में स्टॉक में गिरावट जारी रही। अगस्त में चीन में रिफाइंड जिंक उत्पादन पिछले साल के मुकाबले 2.8% बढ़कर 450,000 टन हो गया है। लेड की कीमतें 140-152 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। एलएमई में तीन महीने के कॉन्टैंक्ट पर लेड नकद का डिस्काउंट 28.75 डॉलर प्रति टन रह गयी, जो नवंबर 2018 के बाद से सबसे अधिक है, जो अधिक आपूर्ति का संकेत देता है। निकल की कीमतों में नरमी रह सकती है और कीमतों को 1,060 रुपये के पास समर्थन के साथ 1,130 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। एंटाइके के अनुसार, अगस्त में चीन में रिफाइंड निकल उत्पादन एक साल पहले की तुलना में 15% बढ़कर 14,260 टन हो गया है।
एल्युमीनियम की कीमतें 141-150 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। भारत घरेलू उत्पादकों की रक्षा के लिए चीन और अन्य एशियाई देशों से आयात को रोकने के लिए नीतियों को विकसित करते हुये एल्यूमीनियम आयात की निगरानी बढ़ाने की योजना बना रहा है। (शेयर मंथन, 14 अगस्त 2020)