कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के संकेत - एसएमसी

कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,160 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 3,040 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।

ओपेक और उसके सहयोगियों तेल उत्पादन में वृद्धि के प्रस्ताव को कम से कम तीन महीने तक टालने की योजना और कोविड-19 को लेकर दो-दो वैक्सिन की सफलता की उम्मीद से सेंटीमेंट बेहतर होने से आज तेल की कीमतों में बढ़त देखी जा रही है। दवा निर्माता मॉर्डन ने कहा कि अंतिम चरण के परीक्षणों के अंतरिम आँकड़ों के आधर पर उसकी वैक्सिन कोविड-19 को रोकने में 94.5% प्रभावी है। ओपेक प्लस की आज एक मंत्रिस्तरीय समिति की बैठक होने वाली है, जो 30 नवंबर और 1 दिसंबर को होने वाली बैठक में उत्पादन कोटा बदलने की सिफारिश कर सकती है। सूत्रों के अनुसार यह समूह तेल की कीमतों को समर्थन देने के लिए कम से कम तीन महीने के लिए तेल उत्पादन में एक जनवरी से वृद्धि की योजना को स्थगित करने करने पर विचार कर सकता है क्योंकि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर जारी है। इसबीच अक्टूबर में चीन का कच्चा तेल का उत्पादन अपने उच्चतम स्तर पर पहुँच गया, जिसने दुनिया के दूसरे सबसे बड़े तेल उपभोक्ता की ओर से माँग में कमी आ सकती है।
नेचुरल गैस की कीमतों में उठापटक के साथ नरमी रह सकती है और कीमतों में 201 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 209 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है। अगले 2 सप्ताह के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के अधिकांश हिस्सों में सामान्य मौसम की तुलना में गर्म रहने का अनुमान के कारण नेचुरल गैस की कीमतों में गिरावट हुई है। (शेयर मंथन, 17 नवंबर 2020)