बेस मेटल और एल्युमीनियम की कीमतों में नरमी बरकरार रहने की संभावना - एसएमसी

बेस मेटल की कीमतों में नरमी रहने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों को 722 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 715 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।

वॉल स्ट्रीट पर रातोंरात बढ़त, जिसमें एसएंडपी 500 और नैस्डैक कंपोजिट रिकॉर्ड उच्च स्तर पा बंद हुये, के बावजूद आज शंघाई बेस मेटल की कीमतों में नरमी रही है जबकि एलएमई पर मिला-जुला कारोबार हुआ है। चीन की औद्योगिक फर्मों के मुनाफे में वृद्धि मई में फिर से धीमी हो गयी क्योंकि कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी से मार्जिन कम हो गयी और कारखाने की गतिविधियों पर असर पड़ा। चीन सरकार ने अधिक कीमतों के कारण अपने कुछ धातु भंडार जारी करके कीमतों को कम करने की कोशिश कर रही है। एलएमई-पंजीकृत गोदामों में तांबे की ऑन-वारंट इन्वेंट्री मई 2020 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी है, जबकि चीन में तांबे के यांगशान प्रीमियम में कमी आयी है। निवेशक 1.2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के बुनियादी ढाँचे के सौदे पर प्रगति देख रहे थे जिससे धातुओं की माँग में बढ़ोतरी हो सकती है।

जिंक की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है और कीमतें 238 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 234 रुपये, लेड की कीमतें 173 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 169 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। निकल में भी बिकवाली हो सकती है और कीमतें 1,345 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 1,374 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। एलएमई में निकल का स्टॉक मार्च 2020 के बाद से सबसे निचले स्तर पर है, जबकि शंघाई फ्यूचर्स एक्सचेंज द्वारा मॉनिटर किया गया स्टॉक भी रिकॉर्ड निचले स्तर पर हैं।

एल्युमीनियम की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना है और कीमतों को 196 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 193 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। (शेयर मंथन, 29 जून 2021)