कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का रुझान - एसएमसी

कच्चे तेल की कीमतों में तेजी रह सकती है। कीमतों को 5,640 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 5,540 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।

ओपेक प्लस द्वारा आपूर्ति की चिंताओं को कम करने के लिए उत्पादन में एक नियोजित वृद्धि की संभावना से आज आज तेल बाजार में नरमी दर्ज की गयी है। अगले सप्ताह पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन और रूस सहित उसके सहयोगी, ओपेक प्लस के रूप में जाना जाने वाला एक समूह, द्वारा नवंबर और दिसंबर में अपने उत्पादन में 4,00,000 बैरल प्रति दिन बढ़ाने के समझौते को बनाये रखने की संभावना है। चीन में बिजली संकट और आवास बाजार की चिंताओं ने हाल ही में सेंटीमेंट को प्रभावित किया है क्योंकि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के लिए किसी भी गिरावट का मतलब तेल की माँग पर असर पड़ सकता है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका में उच्च तेल की कीमतों के बारे में बिडेन प्रशासन की चिंता अमेरिकी राष्ट्रय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन और सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के बीच एक बैठक के एजेंडे में थी। वैश्विक स्तर पर नेचुरल गैस की कीमतें बढ़ने के साथ, बिजली उत्पादक गैस के बजाय ईंधन तेल या डीजल की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे तेल की कीमतें अधिक हो गयी हैं। पाकिस्तान, बांग्लादेश और मध्य पूर्व में जनरेटर ने पहले ही ईंधन बदलना शुरू कर दिया है।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 424 रुपये के स्तर पर सहारा और 440 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा 7% से अधिक उछलकर सात साल के उच्च स्तर पर पहुँच गया क्योंकि यूरोप में सर्दियों के मौसम के लिए हीटिंग के लिए भंडारण में पर्याप्त गैस नहीं होगी। (शेयर मंथन, 01 अक्टूबर 2021)