बेस मेटल की कीमतों में तेजी का रुझान - एसएमसी

बेस मेटल की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों के 738-745 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।

तेल की कीमतों और शेयर बाजारों में तेजी के साथ-साथ औद्योगिक धातुओं की कीमतों में कल तेजी दर्ज की गयी क्योंकि निवेशकों ने आर्थिक विकास पर ओमाइक्रोन कोरोना वायरस के प्रभाव कम करके आंका है। पेरू में लास बंबास तांबे की खदान से सड़क 20 नवंबर से प्रदर्शनकारियों द्वारा अवरुद्ध कर दी गयी है। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक द्वारा अगस्त में स्वीकृत 2.5 बिलियन डॉलर की लौह-तांबे की खदान का विरोध करने के बाद खनिकों को कड़े पर्यावरण नियमों के लिए मजबूर किया है। इंटरनेशनल कॉपर स्टडी ग्रुप के अनुसार 24 मिलियन टन वार्षिक तांबे के बाजार में सितंबर में 57,000 टन की कमी देखी गयी। जापान के पैन पैसिफिक कॉपर को उम्मीद है कि नयी खदानों से अतिरिक्त आपूर्ति के कारण 2022 में तांबे की औसत कीमत इस साल के 9,300 डॉलर से घटकर 8,600 डॉलर प्रति टन हो जायेगी।
जिंक में बिकवाली होने की संभावना है और कीमतों को 289 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 284 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता हैं। बेल्जियम स्थित नीरस्टार जनवरी 2022 के पहले सप्ताह से फ्रांस में अपने जिंक संयंत्रा को बंद कर देगी क्योंकि गैस की कीमतें अधिक होने से आपूर्ति में कमी हो सकती है। लेकिन माइनर नेक्सा रिसोर्सेज ने कहा कि उसने पेरू में अपनी सेरो लिंडो जिंक खदान में उत्पादन फिर से शुरू कर दिया था, जिसे उसने सड़क नाकाबंदी के विरोध के कारण निलंबित कर दिया था। लेड की कीमतें 184-189 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। चीनी रिसर्च हाउस एंटाइके ने कहा कि 2022 में लेड की माँग को बढ़ावा मिल सकता है क्योंकि बैटरी निर्माता लिथियम के सस्ते विकल्प के रूप में लेड का चुनाव कर सकते हैं। निकल में खरीदारी हो सकती है और कीमतों को 1,525 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 1,560 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है।
एल्युमीनियम की कीमतों को 222 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 227 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। इंटरनेशनल एल्युमीनियम इंस्टीट्यूट के आँकड़ों से पता चलता है कि वैश्विक स्तर पर प्राथमिक एल्युमीनियम उत्पादन नवंबर में सालाना आधार पर 0.22% गिरकर 5.497 मिलियन टन रह गया। (शेयर मंथन, 22 दिसंबर 2021)