कच्चे तेल की कीमतों में नरमी का रुझान - एसएमसी साप्ताहिक रिपोर्ट

कोविड-19 के नये संस्करण ओमाइक्रोन के कम गंभीर होने की संभावना से माँग के कमजोर होने की चिंता समाप्त होने के बाद तेल की कीमतों में कम वॉल्यूम के साथ उछाल दर्ज की गयी, यहाँ तक कि कई देशों ने संक्रमण के स्तर में वृद्धि पर यात्रा प्रतिबंध भी लगाये थे।

ईंधन की माँग में फिर से कमी के खतरे को कितनी गंभीरता से लिया जाये, इस पर हाल के दिनों में तेल बाजार में उतार-चढ़ाव आया है। पिछले कोरोना वायरस वेरिएंट की तुलना में ओमाइक्रोन वेरिएंट का प्रसार अधिक हो रहा है, लेकिन शुरुआती आँकड़ों से पता चलता है कि यह बीमारी गंभीर नही है। कुछ सरकारें ओमाइक्रोन वैरिएंट के प्रसार को धीमा करने के लिए सख्त यात्रा प्रतिबंध लगा रही हैं, जिससे माँग प्रभावित हो सकती है। लेकिन ओमाइक्रोन के कारण खासकर टीकाकरण वाले लोगों के अस्पताल में भर्ती होने की संख्या कम है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने फाइजर और मर्क दोनों द्वारा निर्मित अलग-अलग एंटीवायरल कोविड-19 दवाओं को अधिकृत किया, और अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि दवाएं ओमाइक्रोन संस्करण के खिलाफ प्रभावी हैं। ऊर्जा सेवा फर्म बेकर ह्यूजेस के अनुसार, पिछले सप्ताह में अमेरिकी तेल और गैस रिगों की संख्या अप्रैल 2020 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी है। इस सप्ताह में कीमतों में अधिक अस्थिरता रह सकती है, जहाँ कीमतों में दोनों तरफ बदलाव देखा जा सकता हैं और कीमतें 5,000-5,750 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
कम माँग के कारण एमसीएक्स पर नेचुरल गैस की कीमतें 300 रुपये के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे फिसल गयी। नैटगैसवेदर के अनुसार अगले 7 दिनों तक गैस की माँग हल्की रहेगी क्योंकि अधिकांश मध्य, दक्षिणी और पूर्वी अमेरिका में आने वाले सप्ताह में कीमतों में नरमी के रुझान के साथ कारोबार जारी रह सकता है और कीमतों को 240 रुपये के पास सहारा और 320 रुपये के पास रुकावट का सामना करना पड़ सकता है। (शेयर मंथन, 27 दिसंबर 2021)