एल्युमीनियम में बढ़त, बेस मेटल की कीमतों में मिले-जुले रुझान की संभावना - एसएमसी

बेस मेटल की कीमतें मिले-जुले रुझान के साथ कारोबार कर सकती है। तांबे की कीमतें 737-744 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।

वैश्विक स्तर पर कोविड-19 के वैरिएंट ओमाइक्रोन के बढ़ते संक्रमण और चीन के संपत्ति क्षेत्र में संकट का नवीनतम संकेत चीनी डेवलपर शिमाओ समूह के डिफॉल्ट से भी काउंटर पर दबाव पड़ रहा है। लेकिन वैश्विक शेयर बाजारों में मजबूती से बेस मेटल की कीमतों को मदद मिल सकती है। भंडार में कमी और हरित क्रांति को लेकर अधिक माँग की संभावना से कीमतों को समर्थन मिल सकता है। लेकिन रिफाइंड तांबे के आयात के लिए चीन में यांगशान तांबा प्रीमियम, चीन की आयात माँग का एक अच्छा मापदंड, घटकर 78 डॉलर प्रति टन हो गया, जो अगस्त के बाद से सबसे कम है जो चीन से कम माँग क संकेत करता है। निकल में भी खरीदारी देखी जा सकती है, और कीमतों को 1,549 रुपये के करीब सहारा और 1,580 रुपये अड़चन रह सकता है। एलएमई और एसएचएफई दोनों गोदामों में कम भंडार और चीन में नीति में ढील की संभावना और इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी उद्योग को आपूर्ति करने वाले निकल स्मेल्टरों की ओर मजबूत माँग के कारण निकल की कीमतों को मदद मिल सकती है।
जिंक में खरीदारी हो सकती है और कीमतें 286-290 रुपये, लेड की कीमतें 184-189 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। एल्युमीनियम की कीमतें 230 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 234 रुपये स्तर पर पहुँच सकती है। यूरोप में बिजली अधिक लागत के कारण एल्युमीनियम और जिंक जैसी बिजली की अधिक खपत वाली धातुओं की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है, और उत्पादन में कुछ कटौती की गयी है। यूरोपीय बिजली की कीमतें हाल के महीनों में रिकॉर्ड ऊँचाई पर पहुँच गयी हैं और क्षेत्रीय ऊर्जा संकट अब एल्युमीनियम स्मेल्टर को लेकर संकट में बदल रहा है। (शेयर मंथन, 10 जनवरी 2022)