बेस मेटल की कीमतों में तेजी का रुझान - एसएमसी साप्ताहिक रिपोर्ट

बेस मेटल की कीमतें तेजी के रुझान के साथ एक दायरे में कारोबार कर सकती है क्योंकि सप्ताह भर चलने वाले लूनर नववर्ष अवकाश के बाद इस सप्ताह चीनी बाजार खुलने से बेस मेटल में खरीदारी बढ़ सकती है।

यूक्रेन को लेकर बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के कारण धातुओं की आपूर्ति के बारे में बाजार की चिंता को बढ़ गया है, जिससे हाल ही में बाजार में तेजी दर्ज की जा रही है, क्योंकि संयुक्त राज्य अमेरिका ने आर्थिक प्रतिबंधे के साथ कमोडिटी पावरहाउस रूस पर हमला करने की धमकी दी है। तांबे की कीमतें 745-770 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। एलएमई द्वारा अनुमोदित गोदामों में तांबे का भंडार अगस्त 2021 के उच्चतम स्तर से 60% से अधिक कम होकर 82,400 टन रह गया है, और आगे भी गिरावट की संभावना है। तांबे के प्लांटों की उपग्रह निगरानी के आँकड़ों के अनुसार वैश्विक स्तर पर तांबा गलाने की गतिविधि जनवरी में 13 महीने के उच्च स्तर पर पहुँच गयी क्योंकि चीन में मौसमी निर्माण माँग से पहले उत्पादन बढ़ गया।

जिंक की कीमतें 290-310 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। लंदन और शंघाई में कीमतों में अंतर चीन से निर्यात के पक्ष में हो गया है क्योंकि यूरोप में स्मेल्टर बंद होने से आपूर्ति-श्रृंखला अंतराल बढ़ गया है और प्रीमियम बढ़ गया है। लेड की कीमतें 178-188 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। चीन ने पिछले साल 95,000 टन रिफाइंड लेड का निर्यात किया है जो 2007 के बाद से सबसे अधिक वार्षिक निर्यात है। निरंतर कम एलएमई स्टॉक और लगातार उच्च भौतिक प्रीमियम को देखते हुये आगे भी अधिक निर्यात होने की संभावना है। निकल की कीमतें 1,700-1,800 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। पिछले साल की दूसरी छमाही में बाजार में तेजी के कारण चीन में रिफाइंड निकल का आयात दोगुना बढ़कर 2,61,000 टन हो गया। इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र से अधिक माँग निकेल सल्फेट के तेजी से बढ़ते आयात से भी स्पष्ट है।
आपूर्ति को लेकर चिंता जारी रहने से एल्युमीनियम की कीमतें 238 रुपये के सहारा के साथ 252 रुपये तक बढ़ सकती है। चीन ने कच्चे प्राथमिक एल्युमीनियम का शुद्ध आयात पिछले साल 1.57 मिलियन टन और कच्चे मिश्र धातु का 100 मिलियन टन किया है। (शेयर मंथन, 07 फरवरी 2022)