बेस मेटल की कीमतों में मिले-जुले रुझान की संभावना - एसएमसी

बेस मेटल की कीमतों में मिला-जुला रुझान रहने की संभावना है। तांबे की कीमतें 754-763 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।

रूस-यूक्रेन संघर्ष के बढ़ने के बाद अमेरिका और यूरोप ने रूस पर प्रतिबंध लगाने के पफैसले से बढ़ते तनाव के बीच शंघाई में बेस मेटल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई जबकि एलएमई में भी कीमतों में तेजी का रुझान रहा। इंटरनेशनल कॉपर स्टडी ग्रुप के अनुसार वैश्विक स्तर पर रिफाइंड तांबे के बाजार में नवंबर में 79,000 टन की कमी देखी गयी, जबकि अक्टूबर में 34,000 टन की कमी थी। इंडोनेशिया के पीटी स्मेल्टिंग, मित्सुबिशी मैटेरियल्स कॉर्प और फ्रीपोर्ट इंडोनेशिया के बीच एक संयुक्त उद्यम, ने पूर्वी जावा में अपनी तांबा गलाने की सुविध के 3.2 ट्रिलियन रुपये (223 मिलियन डॉलर) के विस्तार का निर्माण शुरू कर दिया है। निकल में खरीदारी हो सकती है और कीमतों को 1,830 रुपये पर सहारा और 1,865 रुपये पर रुकावट रह सकता है। रूस द्वारा पूर्वी यूक्रेन के दो अलग-अलग क्षेत्रों में सैनिकों को कार्रवाई का आदेश देने के बाद, जिससे मास्को पर युद्ध और प्रतिबंधें की आशंका बढ़ गयी जो रूसी निर्यात को बाधित कर सकती है, एल्युमीनियम और निकल की कीमतें कई वर्षो के उच्च स्तर पर पहुँच गयी। रूस दुनिया के
एल्युमीनियम का लगभग 6% और निकल का 7% उत्पादन करता है। आपूर्ति को लेकर चिंता जारी रहने से एल्युमीनियम की कीमतें 265 रुपये के सहारा के साथ 268 रुपये तक बढ़ सकती है। उच्च ऊर्जा लागत के कारण चीन और यूरोप में स्मेल्टर बंद होने और यूक्रेन पर रूस के साथ पश्चिम देशों के गतिरोध ने एल्युमीनियम की आपूर्ति को कम कर दिया है। इंटरनेशनल एल्युमीनियम इंस्टीट्यूट के आँकड़ों के अनुसार जनवरी में वैश्विक स्तर पर प्राथमिक एल्युमीनियम उत्पादन सालाना आधार पर 4.5% गिरकर 5.513 मिलियन टन हो गया। जिंक में बिकवाली हो सकती है और कीमतों को 297 रुपये पर सहारा और 300 रुपये पर अड़चन रह सकता है। लेड की कीमतें 183-186 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 23 फरवरी 2022)