कच्चे तेल की कीमतों में 8,520-8,910 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना - एसएमसी

कच्चे तले की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना कीमतों के 8,520-8,910 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।

संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय सहयोगियों द्वारा रूसी तले आयात पर प्रतिबध लगाने को लेकर विचार करने और वैश्विक बाजारों में ईरानी कच्चे तले की संभावित वापसी में देर के कारण कम आपूर्ति की आंशका बढन से आज तेल की कीमतों में 6% से अधिक की उछाल दर्ज की गयी है। आज कारोबार शुरू होने के कुछ ही मिनटों में दोनों बेंचमार्क 10 डॉलर प्रति बैरल की उछाल के साथ जुलाई 2008 के बाद सबसे उच्चतम स्तर पर पहुँच गए। ब्रेंट कच्चे तले की कीमतें 139.13 डॉलर और अमेरिकी कच्चे तेल की कीमतें 130.50 डॉलर पर पहुँच गयी। संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय सहयोगी रूसी तेल के आयात पर प्रतिबध लगाने का विचार कर रहे है, और व्हाइट हाउस ने अपने स्वयं के प्रतिबंध के साथ आगे बढने वाली प्रमुख कांग्रेस समितियों के साथ समन्वय किया। लीबिया के नेशनल ऑयल कॉपोरेशन (एनओसी) ने रविवार को कहा है कि एल फील और शरारा तेल क्षेत्र के बदं होने से 3,30,000 बैरल प्रति दिन का नुकसान हुआ है जो 2021 में इसके उत्पादन का 25% से अधिक है। 2015 में विश्व शक्तियों के साथ ईरान का हूआ परमाणु समझौता रविवार को अनिश्चितता में फंस गया क्योंकि रूस ने इस बात की गारंटी की माँग की है कि यूक्रने संघर्ष पर प्रतिबंध के कारण तेहरान के साथ उसके व्यापार को नकु सान नहीं पहुँच गया जायेगा। सूत्र के मुताबिक चीन ने भी नयी माँग उठाई है। दूसरी आरे अमेरिका और वेनेजुएला के अधिकारियों ने वेनेजुएला पर तले प्रतिबंधों में ढील देने की संभावना पर चर्चा की, लेकिन वर्षां में अपनी पहली उच्च-स्तरीय द्विपक्षीय वार्ता में सौदे की दिशा में बहुत कम प्रगति हुई।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 375 रुपये के स्तर पर सहारा और 390 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। (शेयर मंथन, 07 मार्च 2022)