कॉटन वायदा (जुलाई) में उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली होने की संभावना है और कीमतों में 24,400-24,300 रुपये तक गिरावट हो सकती है। कल कपास बाजार में गिरावट आई क्योंकि यूएसडीए के अनुसार कपास के उत्पादन क्षेत्र में बढ़ोतरी के आँकड़ें से कीमतों को पर्याप्त तेजी नहीं मिली।
कॉटन वायदा (जुलाई) की कीमतों में 23,500 रुपये के नजदीक सहारा के साथ तेजी का रुझान रहने की संभावना है। कारोबारी घरेलू और विदेशों में भी बुवाई की प्रगति को करीब से देख रहे हैं।
अंतराष्ट्रीय बाजार में नरमी के रुझान पर कॉटन वायदा (अप्रैल) की कीमतों में 21,000-20,900 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है।
कॉटन वायदा (जुलाई) में उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली होने की संभावना है और कीमतों में 24,400-24,300 रुपये रुपये तक गिरावट हो सकती है।
कॉटन वायदा (अप्रैल) की कीमतों को 21,200 रुपये के पास सहारा मिलने की उम्मीद है और यदि कीमतें 21,900 रुपये के अड़चन स्तर को पार कर जाती है, तो जल्द ही यह 22,000-22,200 रुपये तक बढ़त दर्ज कर सकती है।
कॉटन वायदा (अप्रैल) की कीमतों को 21,350 रुपये के नजदीक सहारा रहने की संभावना है। अमेरिका, ब्राजील, पश्चिम अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया जैसे अन्य देशों की तुलना में भारतीय कपास की कीमत कम है।
कॉटन वायदा (जुलाई) की कीमतों को 24,500 रुपये के स्तर पर सहारा रहने की संभावना है। अनाज बाजार से तेजी के सेंटीमेंट के कारण, और पिछले सत्र में अप्रैल की शुरुआत के बाद से अपनी सबसे बड़ी दैनिक गिरावट दर्ज करने के बाद, आईसीई में कल कॉटन जुलाई वायदा की कीमतें 1% से अधिक बढ़ गयी।
फसल कटाई के मौसम में बारिश के कारण कपास उत्पादन के नुकसान की आशंका के कारण कॉटन वायदा (अक्टूबर) की कीमतें कल 1.5% की उछाल दर्ज गयी है।
कॉटन वायदा (अप्रैल) की कीमतें 22,050-22,250 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
कॉटन वायदा (नवंबर) की कीमतों में पिछले सप्ताह गिरावट हुई है। अब कीमतें नरमी के रुझान के साथ 31,000-33,250 रुपये के दायरे में कारोबार करने की उम्मीद है।
विदेशी बाजारों में तेजी के रुझान के कारण कॉटन वायदा (दिसंबर) की कीमतें 1.5% की बढ़त के साथ बंद हुई।
ओमाइक्रोन कोरोना वायरस संस्करण के बारे में चिंताओं को लेकर कॉटन वायदा (दिसंबर) की कीमतों में कल 3.1% की गिरावट दर्ज की गयी है।
कॉटन वायदा (अप्रैल) की कीमतों में कल 1.5% की बढ़ोतरी हुई है क्योंकि बेहतर माँग के कारण कीमतों को मदद मिली।
कॉटन वायदा (दिसंबर) की कीमतें लगातार पांचवें सप्ताह गिरावट के बाद पिछले सप्ताह थोड़ी बढ़त के साथ बंद हुई क्योंकि हाजिर बाजारों में खरीदारी तेज हो गयी है और कीमतें 30,000 पर सहारा 31,900 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ सीमित दायरे में कारोबार कर सकती है।
कॉटन वायदा (दिसंबर) की कीमतों के 20,000-20,300 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है और कीमतों की बढ़त पर रोक लगी रह सकती है क्योंकि हाजिर बाजारों में आपूर्ति तेज होने लगी है।
कॉटन वायदा (अप्रैल) की कीमतों के 22,200 रुपये तक बढ़त दर्ज करने की संभावना है। अमेरिकी के प्रमुख कपास उत्पादक क्षेत्र टेक्सास में सूखे मौसम अनुमान के कारण आपूर्ति कम होने की आशंका से आईसीई में कॉटन वायदा की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। अमेरिकी कृषि विभाग की फसल प्रगति रिपोर्ट के अनुसार 4 अप्रैल को समाप्त हफ्ते में कपास फसल की बुआई 6% हुई।
अधिक निर्यात की संभावना से कॉटन वायदा (जून) की कीमतों के तेजी के रुख के साथ 22,350-22,550 रुपये के दायरे में कारोबार करने की उम्मीद है।
कॉटन वायदा (जनवरी) की कीमतों में तेजी का सेंटीमेंट है और कीमतें 20,900-21,200 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
कॉटन वायदा (अप्रैल) की कीमतों में वृद्धि की उम्मीद है और कीमतें 22,100-22,200 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
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