हल्दी वायदा (जून) की कीमतों के गिरावट के रुझान के साथ 7,600-8,300 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
कमजोर फंडामेंटल के कारण बाजार में नरमी के सेटीमेंट से हल्दी वायदा (दिसंबर) की कीमतों के 5,490-5,560 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है और कीमतों की बढ़त पर रोक लगी रह सकती है।
हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतें कल 1.8% की गिरावट के साथ बंद हुई।
मसाला उद्योगों की ओर से बढ़ती माँग के कारण हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतें शुक्रवार को 5.4% की उछाल के साथ बंद हुई।
नयी बिकवाली के कारण हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतें कल 1.3% की गिरावट के साथ बंद हुई।
हल्दी वायदा (अगस्त) की कीमतों ने पिछले सप्ताह 5% की छलांग लगाई है क्योंकि अधिकांश राज्यों द्वारा लॉकडाउन में ढील दिये जाने के बाद फिजिकल माँग में रिकवरी हुई है।
हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतों में तेजी बरकरार रहने की संभावना है और कीमतें 9,200-9,500 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतों के 8,400-8,800 रुपये के बड़े दायरे में कारोबार करने की संभावना है। हल्दी की कीमतें पाँच साल के उच्च स्तर पर पहुँचने के बाद राहत की साँस ली है और मुनाफा वसूली और उच्च दरों पर माँग में कमी के कारण तेजी पर रोक लग गयी है।
हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतें लगातार तीसरे सप्ताह बढ़त के साथ बंद हुई लेकिन उच्च स्तर पर कुछ बाधा देखा गया।
हल्दी वायदा (जुलाई) की कीमतों को 200 दिनों के मूविंग एवरेज 7,160 रुपये के पास सहारा रहने की उम्मीद है, जबकि निचले स्तरों पर खरीदारी से कीमतें 7,450-7,500 रुपये के उच्च स्तर पर पहुँच सकती है।
हल्दी वायदा (दिसंबर की कीमतों के 5,480-5,560 रुपये के कम दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
हल्दी वायदा (दिसंबर) की कीमतों के 5,480-5,560 रुपये के कम दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
हल्दी वायदा (दिसंबर) की कीमतों के 5,560-5,690 रुपये के कम दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
मिले-जुले फंडामेंटल के कारण हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतें कल लगभग स्थिर भाव पर बंद हुई और कीमतों के 9,950 के स्तर पर अड़चन और 9,650 रुपये के सहारा के साथ काफी कम दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
हल्दी वायदा (जून) की कीमतों के गिरावट के रुझान के साथ 7,800-8,000 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। घरेलू बाजारों में कमजोर माँग के कारण निजामाबाद में हाजिर कीमतों में गिरावट के कारण सेंटीमेंट कमजोर है।
हल्दी वायदा (जुलाई) की कीमतों में 7,300-7,200 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है। हाजिर बाजार में सेंटीमेंट कमजोर है और बाजार में खराब क्वालिटी की आवक के बीच स्थानीय स्टॉकिस्टों की ओर से सुस्त माँग के कारण कीमतों में गिरावट हुई है।
हल्दी वायदा (अगस्त) की कीमतें यदि 7,350 रुपये के स्तर से नीचे टूटती है तो कीमतें नरमी के रुझान के साथ 7,050-7,000 रुपये के स्तर तक गिरावट दर्ज कर सकती है।
हल्दी वायदा (अक्टूबर) की कीमतें पिछले सप्ताह बढ़त के साथ बंद हुई। अब यदि कीमतें 7,300 रुपये के बाधा और 7,190 रुपये पर सहारा के साथ 7,150-7,400 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
Page 11 of 35