कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों की वजह से कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स (Sensex) 57 अंक यानी 0.30% की कमजोरी के साथ 18,736 पर बंद हुआ। निफ्टी 8 अंक यानी 0.13% की गिरावट के साथ 5651 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.26% की कमजोरी रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.26% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.96% की गिरावट रही। आज के कारोबार में कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और रियल्टी क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत सपाट हुई। शुरुआती मिनटों में बाजार एक सीमित दायरे में ऊपर-नीचे होने लगा। कारोबार के दूसरे घंटे में बाजार की गिरावट बढ़ी। हालाँकि इसके बाद बाजार की गिरावट में थोड़ी कमी आयी। मजबूत यरोपीय संकेतों के बावजूद घरेलू बाजार में गिरावट बढ़ी। इस दौरान सेंसेक्स 18,669 और निफ्टी 5632 पर दिन के निचले स्तरों तक पहुँच गये। कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार में मजबूती आयी और यह हरे निशान पर लौटने में कामयाब रहा। इस दौरान सेंसेक्स 18,860 और निफ्टी 5691 पर दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये। लेकिन बाजार ज्यादा देर तक अपनी मजबूती बरकरार नहीं रख पाया और जल्द ही बढ़त गँवा कर लाल निशान पर फिसल गया। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी उतार-चढ़ाव के बाद गिरावट के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज कंज्यूमर ड्यूरेबल्स क्षेत्र को सबसे ज्यादा 2.06% का घाटा सहना पड़ा। रियल्टी में 1.31%, आईटी में 0.82%, टीईसीके में 0.70%, हेल्थकेयर में 0.54%, तेल-गैस में 0.54%, पीएसयू में 0.52%, एफएमसीजी में 0.27% और बैंकिंग में 0.19% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, पावर में 0.27% की मजबूती रही। धातु में 0.15% और कैपिटल गुड्स में 0.12% की बढ़त रही। ऑटो में कोई बदलाव नहीं हुआ। (शेयर मंथन, 22 मार्च 2013)