कमजोर वैश्विक संकेतों के बावजूद भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज मजबूती के साथ बंद हुए।
लेकिन मलेशियाई विमान हादसे के बाद वैश्विक स्तर पर राजनीतिक तनाव बढ़ने की आशंका से बाजार पर दबाव दिखा।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 80 अंक यानी 0.31% की बढ़त के साथ 25,641 पर रहा। निफ्टी (Nifty) 24 अंक यानी 0.31% चढ़ कर 7,664 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 0.46% की गिरावट रही। बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 0.42% और बीएसई स्मॉलकैप (BSE Smallcap) में 0.12% की कमजोरी रही। क्षेत्रों के लिहाज से आज आईटी और टीईसीके में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुख रहा।
कमजोर एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। शुरुआती कारोबार में निफ्टी 7600 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे फिसल गया। इस दौरान सेंसेक्स 25,441 और निफ्टी 7,595 तक नीचे फिसल गये। हालाँकि कारोबार के पहले घंटे में ही निफ्टी 7600 के स्तर के ऊपर आ गया। दोपहर के कारोबार में बाजार सँभल कर हरे निशान पर आ गया। फिर बाजार में हरे निशान पर कारोबार होता रहा। यूरोपीय शेयर बाजारों से मिल रहे नकारात्मक संकेतों के बावजूद घरेलू बाजार में बढ़त कायम रही। कारोबार के अंतिम घंटे में सेंसेक्स 25,713 और निफ्टी 7685 तक चढ़ गये। लेकिन कारोबार के अंतिम मिनटों में बाजार की बढ़त में कमी आयी। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी मजबूती के साथ बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज आईटी क्षेत्र को सबसे ज्यादा 1.43% का फायदा पहुँचा। टीईसीके में 0.91%, बैंक में 0.77% और कैपिटल गुड्स में 0.42% की मजबूती रही। दूसरी ओर, पावर को 1.34% का घाटा सहना पड़ा। कंज्यूमर डयूरेबल्स में 0.88%, रियल्टी में 0.88%, तेल-गैस में 0.77%, धातु में 0.53%, एफएमसीजी में 0.17% और हेल्थकेयर में 0.14% की गिरावट रही। ऑटो में 0.02% की मामूली कमजोरी रही।
(शेयर मंथन, 18 जुलाई 2014)